Kanpur News: देश के कई शहरों में खूंखार नस्ल के कुत्तों द्वारा अपने ही मालिकों को या तो घायल किया गया या उन को जान से मार दिया गया. जब ऐसा ही एक वाकया कानपुर (Kanpur) के सरसैया घाट पर हुआ जहां पिटबुल नस्ल के एक कुत्ते ने एक गाय को अपने खूंखार जबड़े में जकड़कर नोच लिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया. जिसके बाद पूरे शहर में हड़कंप सा मच गया. क्योंकि कानपुर में पिटबुल और अन्य खूंखार नस्लों के कुत्ते बहुतायत में हैं. नगर निगम में शिकायत होने के बाद हालांकि उस हमलावर पिटबुल को डॉग केज में रखकर नगर निगम अस्पताल ले जाया गया लेकिन अब नगर निगम सदन ने फैसला लिया है कि शहर में खूंखार नस्ल के कुत्तों को पालना प्रतिबंधित किया जाए.


इन कुत्तों को पालने पर लगा प्रतिबंध 
कानपुर मेयर प्रमिला पांडे ने तत्काल मोहर लगाते हुए प्रस्ताव को पारित कर दिया है. कानपुर नगर की सीमा के अंदर पिटबुल रॉटविलर, अमेरिकन बुली जैसे खूंखार नस्ल के कुत्तों को पालना प्रतिबंध होगा. जिस पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने गाय पर हमला किया था उसके मालिक पर 5000 रुपए का जुर्माना करते हुए नगर निगम ने उसके दोनों पिटबुल कुत्तों को अपनी कस्टडी में ले लिया है. इस बीच सरकार के आदेश के बाद से ही जिले के सभी पालतू कुत्तों का 200 से 500 रुपए में नगर निगम में रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. लेकिन यहां की स्थिति बड़ी ऊहापोह वाली दिखती है. यहां पहुच रहे पिटबुल, अमेरिकन बुली और रॉट विलर के मालिक उधेड़बुन में हैं. वो जब नगर निगम में अपने पेट डॉग का रेजिस्ट्रेशन कराने पहुंच रहे हैं तो उन्हें बेरंग लौटाया जा रहा है.


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आदेश को किया गया पारित
दरअसल, नगर निगम ने आनन-फानन में इस आदेश को तो पारित कर दिया लेकिन नगर निगम के पास ऐसा कोई भी डाटा नहीं जिसस यह पता लगाया जा सके कि शहर में कितने आवारा कुत्ते गलियों में घूम रहे हैं. यही नहीं कितने परिवारों ने अपने पेट डॉग को पाल रखा है इसके बारे में भी कोई डेटा नहीं है. रजिस्ट्रेशन खोलने से पहले महज 300 कुत्तों का रजिस्ट्रेशन लोगों ने करा रखा था जो संख्या 750 तक जरूर पहुंच गई है. लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि शहर में करीब 10 हजार के करीब कुत्ते लोगों के घरों में पल रहे हैं. ऐसे में यह पता लगाना बड़ा मुश्किल होगा कि कहा पिटबुल अमेरिकन बुली और रोट विलर जैसे कुत्तों को पाला जा रहा है जो लोगों के लिए बड़ा खतरा बने हुए हैं. इस बीच असमंजस में फसे लोग पेट शॉप ओनर से नया डॉगी ले नहीं रहे बल्कि खरीद कर ले गए डॉगी को वापस करने की बात कह रहे हैं. कानपुर में पिटबुल अमेरिकन बुली और रॉट विलर जैसे खूंखार कुत्तों को पालने पर बैन जरूर लग गया हो लेकिन डॉग्स को पालने वाले इन्हें बेचने वाले और इनका रजिस्ट्रेशन करने वाले सभी में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.


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