Kanpur News: मंत्री जितिन प्रसाद की जन चौपाल में लगा शिकायतों का अंबार, अधिकारियों के छूटे पसीने
कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद 2 दिन कानपुर दौरे में रहे और आखरी दिन जन चौपाल लगाकर जनता से सीधा संवाद कायम किया. इस संवाद में जनता के शिकायतों का अंबार लग गया.
Kanpur: उत्तर प्रदेश सरकार अपनी योजनाओं के बारे में जानने के लिए 18 मंडलों में 18 प्रभारी मंत्रियों को भेजकर हकीकत जानने में जुटी हुई है. 18 प्रभारी मंत्रियों के साथ राज्य मंत्रियों की भी ड्यूटी लगाई गई है कि ये जाना जाए कि सरकार की मंशा के अनुरूप अधिकारी काम कर रहे हैं या जनता अभी भी परेशान हो रही है. ऐसे में कानपुर मंडल की जिम्मेदारी पाए कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद 2 दिन कानपुर दौरे में रहे और आखरी दिन जन चौपाल लगाकर जनता से सीधा संवाद कायम किया.
चौबेपुर ब्लॉक के मरियानी गांव में बेसब्र दिख रही जनता से जितिन प्रसाद ने सीधे बातचीत करने पहुंचे. लेकिन यहां मंत्रियों के समूह को शिकायतों का अंबार मिला. जितिन प्रसाद के मुंह से जैसे ही यह निकला कि जिसकी जिसकी शिकायत है वह बताएं, शिकायत अर्जी देने वालों की भीड़ जुट गई ये देखकर वहां मौजूद अधिकारियों के पसीने छूटे जिसके बाद आनन फानन में अधिकारी व्यवस्था बनाने में जुट गए.
अधिकारियों के छूटे पसीने
अधिकारियों द्वारा बनाई गई व्यवस्था, अव्यवस्था में परिवर्तित होते देख अधिकारी चौंकने हुए और शिकायतकर्ताओं से शिकायत पत्र लेते हुए सीधे मंत्रियों के सामने पेश कर दिए गए. इसके बाद मंत्री समूह ने एक-एक कर शिकायतकर्ता को बुलाया और उसकी शिकायत सुनकर निस्तारण करने की भरसक कोशिश की और इसके साथ ही मौके पर मौजूद तमाम अधिकारियों को शिकायतों की गंभीरता को समझते हुए उनको निस्तारित करने के निर्देश जारी किए. इसके साथ ही अधिकारियों से कहा गया शिकायतों का गंभीरतापर्वक निस्तारण किया जाए अन्यथा अगली बार बिना वक्त दिए और ओचक निरीक्षण किया जाएगा.
कई लोगों की नहीं पहुंच सकी शिकायत
वहीं कुछ लोग ऐसे भी मिले जिन की शिकायतें मंत्री जी तक पहुंच ही नहीं पाई क्योंकि अधिकारियों ने मंत्री समूह के पहुंचने से पहले ही इनको कोरा आश्वासन देकर शिकायत पत्र ले लिया और उनकी शिकायत का जल्द से जल्द निस्तारण करने का दावा कर दिया. उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा स्पष्ट है की जनता से सीधा संवाद कायम कर मंत्री जन समस्याओं को गंभीरता पूर्वक निस्तारित करें. लेकिन इसकी दूसरी तस्वीर यह है कि अधिकारी अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं.
कानपुर के चौबेपुर में हुई इस जन चौपाल में अव्यवस्था और शिकायतों का अंबार साफ देखने को मिला ऐसे में औचक निरीक्षण की व्यवस्था इन अधिकारियों पर नकेल कसने के लिए उपयुक्त नजर आती है. देखना दिलचस्प होगा कि जिस तरह कानपुर के प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने औचक निरीक्षण की बात कही है आने वाले दिनों में औचक निरीक्षण होंगे अथवा जन समस्याएं यूं ही बरकरार रहेगी.
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