Kanpur News: यूपी के कानपुर (Kanpur) में करौली सरकार के नाम से विख्यात बाबा झाड़फूंक और हवन-पूजन कराकर दुखों को दूर करने का दावा करते हैं. सोमवार को करौली सरकार पर नोएडा के रहने वाले एक डॉक्टर ने कानपुर के बिधनू थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. बिधनू थाना क्षेत्र स्थित करौली सरकार का करौली गांव में आश्रम है. करौली सरकार के आश्रम में दूर-दराज से लोग आर्शीवाद लेने के लिए आते हैं. नोएडा, गौतमबुद्ध नगर में रहने वाले डॉ सिद्धार्थ चौधरी सोशल मीडिया पर उनके चमत्कार के वीडियो देखकर पिता वीएस चौधरी, मां रेनू चौधरी और पत्नी प्रियंका चौधरी के साथ बीते 22 फरवरी 2023 को करौली सरकार के दरबार में आर्शीवाद लेने के लिए पहुंचे थे. दर्ज एफआईआर में सिद्धार्थ चौधरी के बताया है कि आश्रम पहुंचकर सेवादारों के द्वारा बताई गई प्रक्रिया के अनुसार 2600 रुपए की पर्ची कटवाई थी. इसके बाद हम सभी शाम 4 बजे बाबा के दरबार में पेश हुए.
पीड़ित के अनुसार बाबा ने मुझसे परेशानी और आने का कारण पूछा था. मैंने बाबा को बताया कि मैंने आपका बहुत नाम सुना है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी आप के चमत्कार के बारे में जानकारी जुटाई है. मैं जिज्ञासावस अपने अपने परिवार के कल्याण और बाबा का चमत्कार देखने के लिए परिवार समेत नोएडा से आया हूं. यह सुनकर करौली सरकार काफी खुश हुए थे. करौली सरकार ने चमत्कार के उद्देश्य से माइक पर फूंक मारते हुए ओम शिव बैलेंस बोला, लेकिन इसका मुझपर कोई असर नहीं हुआ. मैंने यह बात बाबा को बताई, तो बाबा ने दोबारा फूंक मारते हुए ओम शिव बैलेंस बोला. लेकिन बाबा का यह प्रयास भी मुझपर चमत्कार करने में विफल रहा. जब मैंने यह बात बाबा को बताई, तो वो भड़क गए. पगलैट कहते हुए अपने सेवादारों की तरफ इशारा किया. बाबा के सेवादारों ने मुझे बलपूर्वक वहां से घसीटकर हटा दिया.
पीड़ित ने कमिश्नर से मिलकर शिकायत की
इसके बाद बाबा के गुर्गे मुझे घसीटकर पास के एक कमरे में ले गए. मेरे पिता मुझे बचाने के लिए आए तो, उन्हे धक्का देकर कमरे से बाहर कर दिया. इसके बाद बाबा के गुर्गों ने लात-घूंसो और सरिया से पीटकर लहुलुहान कर दिया. लहुलुहान हालत में पूरा परिवार मुझे वहां से लेकर भाग निकला. मेरा परिवार मुझे नोएडा में लाकर मेरी टूटी हुई नाक का इलाज कराया. स्वस्थ्य होने के बाद मैंने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर पूरा घटनाक्रम बताया, उन्हे फोटो और वीडियो दिखाए. पीड़ित ने अपील की है कि करौली सरकार और उनके गुर्गों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
पीड़ित ने मामले के बाद फिर कानपुर वापस आकर पुलिस कमिश्नर से मिलकर शिकायत की जिसके बाद विधि थाना पुलिस में उनका मुकदमा दर्ज किया है. एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि नोएडा निवासी डॉ. सिद्धार्थ चौधरी ने करौली बाबा और उनके समर्थकों द्वारा उनके साथ मारपीट गालीगलौज का आरोप लगाया है, उसमें अभियोग पंजीकृत किया गया है, विवेचना की जा रही है जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
करौली सरकार ने दी सफाई
वहीं कानपुर में करौली सरकार पर नोएडा के सिद्धार्थ चौधरी द्वारा लगाए गए आरोपों पर करौली सरकार ने सामने आकर सफाई दी है. करौली सरकार का साफ-साफ कहना है कि उनके यहां ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी है यह उन्हें और सनातन धर्म को बदनाम करने की कोशिश हो सकती है. उनका पक्ष बिना जाने हुए उन पर एफआईआर कर दी गई है. इसके पीछे क्या है और क्या मकसद है इसका सामने आना भी बेहद जरूरी है.