Kanpur News: कानपुर में नालों के धंसने से लोग परेशान, मेयर ने खुद मौके पर पहुंचकर कराई मरम्मत
UP News: यूपी के कानपुर में पिछले कुछ दिनों से नालों के धंसने से लोग बुरी तरह परेशान हैं.महापौर प्रमिला पांडेय खुद मौके पर पहुंचकर सुबह से शाम तक बैठकर नाला बनवा रही हैं.
Kanpur News: कानपुर (Kanpur) शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के प्रोजेक्ट या तो धंसते जा रहे हैं या फिर उनमें भ्रष्टाचार होने के सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में कानपुर वासियों का जीवन दुश्वार होता जा रहा है. बारिश के सीजन में कानपुर महानगर की तमाम सड़कें या तो फंस गई या फिर चलने लायक नहीं रही लेकिन पिछले कुछ दिनों से नालों के धंसने से लोग बुरी तरह परेशान हैं. शहर में अफ़ीम कोठी इलाके के लक्ष्मीपुरवा में धंसा डाट नाला 10 दिन बाद भी नहीं बन सका है.
क्या है पूरा मामला?
नगर निगम अधिकारियों की सुस्त कार्यशैली से परेशान महापौर प्रमिला पांडेय खुद मौके पर पहुंचकर सुबह से शाम तक बैठकर नाला बनवा रही हैं और गुस्साई मेयर कह रही हैं कि पता नहीं नाला कब बनेगा. कानपुर महानगर की महापौर प्रमिला पांडे का कहना है कि इस स्मार्ट सिटी कानपुर में एक भी ऐसा व्यक्ति उनको नहीं दिखता जो तकनीकी रूप से इतना काबिल हो कि बार-बार धंस रहे इन नालों के परमानेंट सॉल्यूशन को दे सके.
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ये नाले अंग्रेजों के जमाने के बने हैं और इनकी समस्या के समाधान से पहले इनके बारे में विस्तार से जानकारी जुटाने वाले की जरूरत है लेकिन मेयर को कानपुर में ऐसा कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आता जो इन नासूर बन चुके नालों का समाधान निकालने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष हो.
करीब 100 मकानों के गिरने का खतरा मंडरा रहा
नगर निगम के चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी का कहना है कि उन्हें अभी कानपुर के इन नासूर बन चुके नालों के बारे में समझना होगा और परमानेंट सॉल्युशन से पहले इसके बारे में विस्तार से जानकारी जुटानी होगी. तब जाकर कानपुर वासियों को राहत मिलेगी. हालांकि वो मेयर के किसी भी बयान पर टिप्पणी नहीं करते दिखे. इन सबके बीच अफीम कोठी चौराहे पर कई दिनों से चल रही खुदाई और गहरी हुई तो नगर निगम के अफसरों और क्षेत्रीय लोगों में हड़कंप मच गया. जांच में पता चला कि चौराहे से राखी मंडी की तरफ चंद्रिका हाते के अस्सी मीटर के दायरे में पूरा डाट नाला ही धंस गया है.
ये नाला ब्रिटिश काल में बना था.जिसके बाद से इन नालों के ऊपर बने करीब 100 मकानों के गिरने का खतरा मंडरा रहा है. जानकारों की मानें तो डाट नाले से 2 वार्डों की जल निकासी होती है. इसलिए अब नाले को डायवर्ट कर डाट नाले को बनवाया जा रहा है. लेकिन बारिश का पानी वार्डों में भरा हुआ है जिसकी निकासी नहीं हो पा रही है. इसको देखते हुए प्रशासन ने लोगों को राहत सामग्री वितरित की.
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