Kanpur News: कानपुर में जुमे (शुक्रवार) की नमाज के लिए पूरे शहर में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने को बताया कि प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी), रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मुस्लिम बहुल इलाकों में तैनात किया गया है, खासकर जहां मिश्रित आबादी रहती है.
गौरतलब हैं कि पिछले शुक्रवार की नमाज के बाद कानपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी क्योंकि दो समुदायों के सदस्यों ने एक टीवी बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर 'अपमानजनक' टिप्पणियों के विरोध में दुकानों को बंद करने के प्रयासों में ईंट-पत्थर और बम फेंके थे.
भवनों की छतों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती
पुलिस आयुक्त, विजय सिंह मीणा ने शुक्रवार के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि उच्च भवनों की छतों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती करने का निर्णय लिया गया है और सभी अधीनस्थों और थाना प्रमुखों को चौबीसों घंटे गश्त सुनिश्चित करने और कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है.
उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों और उन इलाकों में पुलिस द्वारा मार्च किया गया जहां पिछले हिंसा फैली थी. मीणा ने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाहों पर प्रतिक्रिया देकर कानून को अपने हाथ में नहीं लेने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इसके अलावा, अफवाह फैलाने वालों के साथ-साथ कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मीणा ने बताया कि पुलिस ड्रोन कैमरों से कड़ी नजर रखी हुई है, इसलिए कानून तोड़ने वालों को यह नहीं सोचना चाहिए कि वे कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं.
इस बीच, पुलिस आयुक्त और जिला मजिस्ट्रेट, विशाख जी अय्यर ने मुस्लिम मौलवियों और पुजारियों सहित धार्मिक नेताओं के साथ बैठक कर उन्हें विश्वास में लिया. मौलवियों और पुजारियों को अपने-अपने समुदाय के लोगों को शांति बनाए रखने के लिए उनसे बात करने को कहा गया है.
यह भी पढ़ें:
Sonbhadra Crime: चाट खाने के बाद युवक ने नहीं दिए पैसे, दुकानदार ने पैसे मांगे तो उतारा मौत के घाट