कानपुर: एनजीटी ने पटाखों की बिक्री और जलाने पर लगाई रोक, व्यापारी बोले- समस्या समझे सरकार
कानपुर में पटाखों का बड़ा बाजार है. रोक लगने के बाद व्यापारी परेशान हैं. व्यापारियों का कहना है कि अचानक से रोक लगाए जाने से उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है.
कानपुर: लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी ने पटाखों की बिक्री और जलाने को लेकर पूरी तरह से रोक लगा दी है. यूपी में भी 13 जिलों में पूरी तरह से बैन लगाया है जिसमें कानपुर भी नाम शामिल है. कानपुर में भी लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ रहा है जिसके चलते ये फैसला लिया गया है. पटाखों की बिक्री की रोक के बाद पटाखा कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है. कानपुर आसपास के जिलों का सबसे बड़ा पटाखों का केंद्र है. यहां से आसपास के जिलों में पटाखों सप्लाई होती है. रोक लगाए जाने के बाद व्यापारियों का कहना है कि उनका करोड़ों का नुकसान हो जाएगा. सरकार को व्यापारियों की समस्या को समझना चाहिए.
परेशान हैं व्यापारी कानपुर में पटाखों का बड़ा बाजार है. यहां लगभग 1100 व्यापारी हैं जो इस व्यापार से जुड़े हुए हैं. रोक लगने के बाद व्यापारी परेशान हैं, बुधवार को सभी व्यापारियों ने डीआईजी संग बैठक भी की. व्यापारियों का कहना है कि अचानक से ये रोक लगाए जाने से उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है. व्यापारी पूरे साल दीपावली का इंतजार करते हैं. यही नहीं पटाखों के लाइसेंस से लेकर भंडारण तक सब पूरा होने के बाद अब बैन लगने से बहुत ज्यादा नुकसान है. अगर रोक लगनी ही थी तो जिस समय लाइसेंस बनने की प्रक्रिया चल रही थी तभी रोक लगती, इससे पैसा बच जाता. अब जब सारी प्रक्रिया हो गई है और दीपावली नजदीक है तो रोक लगने से बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है.
खराब हो जाएगी दिवाली छोटे व्यापारियों का कहना है कि ये फैसला उनके लिए दोहरी मार जैसा है. पहले तो कोरोना की वजह से उनको बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा. अब एक उम्मीद थी लेकिन इस फैसले से उनकी दिवाली खराब जो जाएगी. उन्होंने कहा कि थोड़ी उम्मीद थी कि इस त्यौहार की वजह से उन्हें राहत जरूर मिलेगी.
व्यापारी का शोषण नहीं किया जाएगा वही, पूरे मामले पर डीआईजी डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि एनजीटी ने पूरी तरह से रोक लगाई है, जिसका पालन करवाया जाएगा. किसी भी तरह की बिक्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी. किसी तरह से किसी भी व्यापारी का शोषण नहीं किया जाएगा. लेकिन, अगर कोई बेचता नजर आएगा तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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