Kanpur News Today: कानपुर पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह उत्तर प्रदेश समेत देश के 10 राज्यों में सक्रिय था. देश में बड़े पैमाने पर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के 7 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 


साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए यह दूसरे राज्यों में जाने के लिए हवाई यात्रा तक करते थे. यह आमतौर पर गरीब और जरुरतमंद लोगों को झांसा देकर उनका बैंक अकाउंट किराये पर लेते थे या फिर दूसरे दस्तावेजों के आधार पर बैंक अकाउंट खोलते थे.


इस अकाउंट के बदले वह संबंधित लोगों को दो से तीन हजार रुपये महीना देते थे. यह गैंग ठगी की रकम इन्हीं किराये के बैंक अकाउंट में मंगवाते थे और फिर पैसा निकाल लेते थे. यह लोगों को ठगने के लिए कभी अधिकारी बनकर, तो कभी लड़कियों की आवाज निकालकर लोगों को अपनी जाल में फंसाते थे. 


उच्च डिग्री धारक हैं आरोपी
गिरोह के सदस्य ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए वॉयस चेंजर ऐप का इस्तेमाल करते थे. साइबर ठगों के इस गिरोह में एमबीए, बीबीए जैसे उच्च डिग्री धारक शामिल थे. इस मामले में पुलिस ने गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है. 


कानपुर पुलिस कमिश्नर पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है इनके पास से 46 एटीएम कार्ड, सैकड़ों की संख्या में पासबुक ,कई मोबाइल ,सिमकार्ड लाखों रुपए की नकदी के साथ किराए पर लिए गए बैंक अकाउंट में लाखों रूपया होने के चलते उन्हें फ्रीज किया गया है।


डरा धमका कर करते थे ठगी
कानपुर में पकड़े गए गिरोह के सातों सदस्य बहुत ही शातिर ढंग से ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. इस गिरोह ने यूपी समेत दस प्रदेशों में हजारों अकाउंट खोलकर लोगों को ट्रैप में फंसाना शुरू कर दिया. यह अक्सर पुलिस अधिकारी, बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन कर उन्हें फंसाते थे. इस दौरान वह धमकी भी देते थे.


वॉयस जेंजर ऐप का सहारा लेकर लड़कियों की आवाज में बात कर लोगों को ट्रैप करते थे. यह ठग फिर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे ऑनलाइन पैसे किराये पर लिए गए खातों में मंगवाते थे. 


इस गैंग के सात लोगों को पुलिस ने शिकायत के बाद गिरफ्तार कर लिया है. इन ठगों के पास से बड़ी संख्या में एटीएम कार्ड, पास बुक, लैपटॉप समेत कई तरह के फ्रॉड करने वाले ऐप बरामद हुए हैं. 


पुलिस ने क्या कहा?
कानपुर डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि इस गैंग के सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ कानपुर शहर के तीन अलग- अलग थानों में शिकायतें दर्ज थी. जिसके आधार पर सर्विलांस टीम ने इन्हें पकड़ा है.


डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है. उन्होंने शातिर ठगों को गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की. डीसीपी सेंट्रल के मुताबिक, यह गैंग एक ऐसे ऐप का प्रयोग करता था जो आवाज बदल देता था.


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