SP MLA Irfan Solanki News: महाराजगंज जेल (Maharajganj Jail) में बंद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) की मुश्किलें आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ सकती हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक कानपुर पुलिस (Kanpur Police) साल 2014 में हुए मेडिकल कॉलेज कांड (Kanpur Medical College Case) के रिकॉर्ड खंगाल रही है. अगर ऐसे हुआ तो इरफान सोलंकी के खिलाफ दर्ज मुकदमों की संख्या में और इजाफा हो सकता है. पिछले दो महीनों में उनके खिलाफ 8 मुकदमें दर्ज किए गए हैं जिससे उन पर दर्ज केसों की संख्या 17 तक पहुंच गई है.
कानपुर पुलिस को इरफान सोलंकी के खिलाफ लगातार शिकायतेंं मिल रही है, जिनकी संख्या फिलहाल 42 बताई जा रही है. जिसके बाद ये भी संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इरफान सोलंकी पर कुछ नए मुकदमे दर्ज हो सकते हैं. लेकिन सबसे बड़ा संकट साल 2014 में हुए कानपुर मेडिकल कॉलेज कांड का है. हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में सीधे तौर पर कुछ नहीं कहते, लेकिन अभी के मामलों की विवेचना की बात करते हुए आगे होने वाली संभावित कार्रवाई का हल्का सा इशारा करते हैं.
मेडिकल कॉलेज कांड की फाइल खंगाल रही है पुलिस
पुलिस सूत्रों के मुताबिक साल 2014 के मेडिकल कॉलेज कांड की फाइलों को खंगाला जा रहा है. जब इरफान सोलंकी का मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से विवाद हुआ था. मेडिकल कॉलेज मुख्य गेट के पास में हुए विवाद के बाद कानपुर पुलिस मेडिकल कॉलेज कैंपस में घुस गई थी और डॉक्टरों को बहुत बुरी तरह से पीटते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. डॉक्टरों पर जमकर अत्याचार किया गया, जिसके बाद उनके समर्थन में पूरे देश के डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी थी. डॉक्टरों के इस मूवमेंट को तब की HOD मेडिसिन डिपार्टमेंट डॉ आरती लाल चंदानी ने लीड किया था. इस घटना को याद कर वो आज भी काफी दुखी हो जाती हैं.
डॉक्टरों के साथ हुई थी झड़प
पुलिस प्रशासन द्वारा डॉक्टरों पर अत्याचार के बारे में बताते हुए आरती लालचंदानी ने कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते डॉक्टरों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया. मेडिकल कॉलेज और डॉक्टरों पर इतना दबाव बनाया गया कि वो टूट जाए लेकिन 24 डॉक्टरों को अपराधियों की तरह जो कुछ झेलना पड़ा उसने एक आंदोलन का रूप ले लिया. डॉक्टरों के साथ तालिबानियों जैसा सुलूक किया गया था जिसके खिलाफ उन्होंने एक आंदोलन खड़ा किया और इसमें आईएमए और तमाम एनजीओ, डॉक्टर और मीडिया ने उनका पूरा साथ दिया. जिसके चलते उन्हें और उनके जूनियर डॉक्टर को न्याय मिल सका.
इरफान सोलंकी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
पुलिस सूत्रों की माने तो इस साल जून में कानपुर में हुई नई सड़क हिंसा के मामले में भी इरफान सोलंकी का नाम सामने आया था, लेकिन उस वक्त इस पहलू पर जांच नहीं की गई थी. अंदर खाने से खबर है कि पुलिस नई सड़क हिंसा के मामले में भी विधायक और उनके परिजनों की जांच कर सकती है. यानी सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें आने वाले दिनों में और भी ज्यादा बढ़ने जा रही हैं.
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