कानपुर में खाकी पर उठ रहे हैं सवाल, बिना जांच किए गंभीर धाराओं में मुकदमा किया था दर्ज
Kanpur News: कानपुर में युवक के कहने पर पुलिस ने चाय की दुकान के मालिक के ऊपर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन जब इस घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आई तो खाकी पर सवाल उठने लगे.
Kanpur Today News: अब गुनाहों की जांच नहीं होती, अपराध की पड़ताल नहीं होती. बस होती है तो कार्रवाई, जिसकी कोई बुनियाद नहीं होती. कानपुर में एक मामले में पुलिस की अनोखी कार्रवाई सामने आई है, जिसने पुलिस की कार्यशैली और जांच पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
दरअसल पुलिस ने एक ऐसी घटना का मुकदमा दर्ज किया, जिसकी हकीकत कुछ और ही थी और इस मुकदमे में दर्ज धाराओं की हकीकत त्रिनेत्र ने खोल दी. जी हां हम बात कर रहे हैं सीसीटीवी वीडियो की जिसने पुलिस की कार्रवाई में आरोपी हुए एक शख्स को बेगुनाह साबित कर दिया, जिसके बाद कानपुर पुलिस लाजवाब हो गई और अब मामले में सही धाराओं के लगाए जाने की बात कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल कानपुर पुलिस ने काकादेव थाने में 6 अगस्त को एक चाय शॉप के मालिक और उसके कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया. शिकायत इस बात की थी कि शिकायतकर्ता अक्षय दुवेड़ी अपनी कार से काकादेव क्षेत्र में जा रहे थे. उनके रास्ते में एक चाय शॉप पड़ी, जहां शॉप के बाहर कुछ बहन अव्यवस्थित अवस्था में खड़े थे और उनके निकलने की जगह नहीं थी.
जिसके बाद उन्होंने चाय शॉप के बाहर अव्यवस्थित गाड़ियों के बीच अपनी गाड़ी का हॉर्न बजाकर शॉप के अंदर उनके कर्मचारियों को बुलाया, लेकिन बिना किसी बात के कर्मचारी ने शिकायतकर्ता अक्षय से गाली गलौज शुरू कर दी और अपने कुछ साथियों संग उन्हें पीट दिया, जिसके बाद वो मौके से भाग निकले. थाने में दर्ज एफआईआर कहती है कि शॉप के कर्मचारियों और मालिक ने उन्हें गाड़ी से खींचकर खूब मारा, जिसके बाद उन्होंने काकादेव थाना में एफआईआर कराई और पुलिस ने गंभीर धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया.
क्या है मामले की हकीकत
पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है वो शायद बहुत जांच पड़ताल और इंक्वायरी के बाद दर्ज किया गया होगा. क्योंकि अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने का दम भरने वाली खाकी घटना में मुकदमा दर्ज कर इस बात की तस्दीक कर रही है, लेकिन घटना और घटना से जुड़ी जांच और कार्रवाई की हकीकत घटना स्थल पर लगे एक सीसीटीवी वीडियो ने साफ कर दी, जिसमे साफ तौर से देखा जा सकता है की पीड़ित ने जो शिकायत पुलिस से की है, उसमें कितनी हकीकत है.
एफआईआर में दर्ज शिकायत और इस वीडियो को देखने पर पहले पीड़िच की कार आती है और शॉप के बाहर रुक जाती है. न तो वहां कोई ट्रैफिक है और न ही कोई अव्यवस्थित गाड़ियों का जाम दिखाई दे रहा है, जिस घटना में पीड़ित को तीन चार लोगों की तरफ से गाली गलौज करने और पीटने की बात कही जा रही है. उसकी हकीकत ये हैं कि सीसीटीवी में कार के पास सिर्फ एक शख्स ही आता है और कार में बैठे शाखा से कुछ बात करता है.
जिसके बाद कर से निकले शख्स ने कार की पीछे वाली सीट से एक डंडा निकाला और शॉप कें कर्मचारी को उसी डंडे से ठेलने लगा. इस सीसीटीवी वीडियो में न कोई तीन चाल लोग मार पीट करते दिख रहे हैं और न ही पीड़ित को खींचते, बल्कि पीड़ित ही डंडे से कर्मचारी को ठेलते हुए दिखाई दे रहा है.
क्या बोली पुलिस
वहीं इस मामले में डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने साक्ष्य इकट्ठा कर लिए हैं सीसीटीवी भी साक्ष्य के रूप में पुलिस के पास है घटना से संबंधित जो धाराएं है वहीं लगाई जाएंगी, इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है और न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी.
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