UP News: कानपुर (Kanpur) में छात्र रोनिल सरकार हत्याकांड (Ronil Sarkar Murder) पुलिस की गले की फांस बन गया है. पुलिस अब तक 12वीं के छात्र की हत्या की गुत्थी सुलझाने में नाकाम रही. 25 दिन से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस वारदात का खुलासा नहीं कर सकी है. मृतक के परिजन अधिकारियों और नेताओं से गुहार लगा कर हार गए. जिसके बाद परिजनों ने मामले में सीबीआई (CBI) जांच की मांग की. खुलासा करने में नाकाम रही कमिश्नरेट पुलिस ने सीबीआई जांच के लिए अनुशंसा कर दी है.

कानपुर कमिश्नरेट में 15 के करीब आईपीएस अफसरों की तैनाती है. चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर के एक  छात्र रोनिल के हत्यारों को कानपुर कमिश्नर पुलिस पकड़ने में असफल रही है. इस पर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की संस्तुति शासन को भेज दी है. हालांकि इस पर सियासत भी खूब हुई.


घटना के दौरान बाद सपा विधायक अमिताभ बाजपेई पीड़ित परिजनों के घर अपने साथियों संग पहुंचे थे और अल्टीमेटम देकर मामले का खुलासा पुलिस को जल्द करने को कहा था लेकिन जब कई दिन बाद भी पुलिस के हाथ हत्यारों तक नहीं पहुंचे तो आज भी वो इसके लिए पुलिस को आड़े हाथों ले रहे हैं. यही नहीं अब विपक्षी दलों के विधायकों की मांग को सत्ता पक्ष के सांसद सत्यदेव पचौरी ने आगे बढ़ाया है. पचौरी ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर सीबीआई जांच करवाने को कहा है.


पुलिस कमिश्नर के दावों की खुली पोल

पुलिस कमिश्नर के इस कदम से कमिश्नरेट पुलिस के अब तक किए गए दावों की पोल खुल गई है. 1 नवंबर को 12वीं के छात्र रोनिल की लाश चंदारी रेलवे स्टेशन के पास मिली थी. रोनिल, श्याम नगर स्थित वीरेंद्र स्वरूप स्कूल का छात्र था. स्कूल से निकलने के बाद वह घर नहीं पहुंचा. परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की. 12 घंटे में पुलिस रोनिल की तलाश नहीं कर पाई और सुबह उसकी लाश रेलवे ट्रैक के किनारे पाई गई. पुलिस अधिकारियों ने जल्द से जल्द हत्याकांड का खुलासा करने का दावा किया था. पांच आईपीएस मामले की जांच में लगाए गए.


25 दिनों में पुलिस हत्यारों का सुराग लगाने में असफल रही. अब पुलिस कमिश्नर ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की संस्तुति कर दी है. उधर, तमाम समाज सेवी संगठन रोनिल को इंसाफ दिलाने के लिए रोज प्रदर्शन और कैंडल मार्च निकाल रहे हैं. पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए कई ऐंगल पर काम किया. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. अब पुलिस ने मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं. हालांकि पुलिस कमिश्नर का कहना है कि सीबीआई जांच शुरू होने में समय लगेगा तब तक उनकी टीम हत्याकांड के खुलासे पर काम करती रहेगी.


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