Kanpur: कानपुर से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कसा शिकंजा, इन बिंदुओं पर पुलिस करेगी जांच
कानपुर से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों पर हवाला और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का भी पुलिस ने शक जताया है. पहचान छिपाकर कानपुर में परिवार संग बरसों से रिजवान मोहम्मद रह रहा था.
Kanpur News: कानपुर में छिप कर रह रहे एक ही परिवार के 5 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सभी को सपा विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मनु रहमान ने परिचित बताते हुए प्रमाण पत्र दिया था. बांग्लादेशी नागरिकों ने फर्जी आधार कार्ड से खुद को भारतीय नागरिक बना लिया. ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि विदेशी नागरिकों के कानपुर में छिपकर रहने की सूचना मिली थी. सूचना के बाद पुलिस टीम को जांच के लिए लगाया गया था. पुलिस ने आर्य नगर इलाके के इंपिरियल रीजेंसी अपार्टमेंट में छापा मारकर पकड़ लिया.
पकड़े गए विदेशी नागरिकों में रिजवान मोहम्मद, पत्नी हिना, ससुर खालिद, बेटी और नाबालिग बेटे शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि परिवार साल 2016 से नकली पहचान के साथ कानपुर में आराम की जिंदगी बिता रहा था. परिवार का एक सदस्य मोहम्मद अदीब अभी भी लापता है. मोहम्मद अदीब की तलाश में टीमें लगी हुई हैं. पुलिस टीम को जांच पड़ताल में परिवार से फर्जी आधार कार्ड, बांग्लादेश और भारतीय पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र, फॉरेन करेंसी और भारतीय 14.56 लाख रुपए मिले हैं. आधार कार्ड पर मूलगंज इलाके के मैदा बाजार का पता. रिजवान दो बार पाकिस्तान भी जा चुका है. उसने कोलकाता में नाम बदलकर और कानपुर में सही नामों से बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र भी बनवाए हैं. कानपुर पुलिस ने देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला बताते हुए परिवार पर जासूसी का शक जताया है. सभी के खिलाफ मूलगंज थाने में धोखाधड़ी, फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने, षड्यंत्र रचने और 14 विदेशी विषयक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. कानपुर पुलिस आगे कई बिंदुओं पर पड़ताल आगे बढ़ाएगी.
पुलिस की बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कई बिंदुओं पर जांच
- विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद ने प्रमाण पत्र क्यों और किन कारणों से दिया?
- बांग्लादेशी नागरिकों ने कहां और किस से फर्जी आधार कार्ड बनवाया?
- फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी करने वाले हॉस्पिटल में मदद करने वाले कौन कौन थे?
- बांग्लादेशी परिवार कानपुर में छिपकर कैसी योजना बना रहा था?
- सपा विधायक इरफान सोलंकी से आरोपित रिजवान मोहम्मद के क्या संबंध है?
- क्या दोनों के बीच पैसों का लेनदेन कभी हुआ था?
NIA, IB, RAW, ATS समेत ED और IT विभाग को दी गई सूचना
बांग्लादेशी मूल का डॉ रिजवान मोहम्मद पर पुलिस को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का शक है. पुलिस जासूसी के एंगल पर भी जांच कर रही है. पुलिस ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी दे दी है. सुरक्षा एजेंसिंयां भी आरोपी परिवार से आने वाले दिनों में पूछताछ करेंगी. रिजवान ने 2016 से पहले पाकिस्तान समेत कई देशों की यात्रा की है. पुलिस की जांच में यात्रा की फंडिंग के स्रोत और मददगार भी शामिल हैं. रिजवान पेशावर और रावलपिंडी भी गया था. मलेशिया, मालदीव, थाईलैंड की रिजवान ने यात्रा की है. मालदीव को छोड़कर बाकी विदेशी शहरों में संगठनों की आतंकी गतिविधियां चोरी-छिपे चलती रहती हैं. परिवार के पकड़े जाने की जानकारी पुलिस ने एनआईए, आईबी, रॉ, एटीएस समेत ईडी और इनकम टैक्स विभाग को भी भेज दी है. आरोपी के पास 10 लाख से ज्यादा की रकम बरामद हुई है.
पुलिस का कहना है कि रिजवान मोहम्मद बांग्लादेशी पासपोर्ट का इस्तेमाल करता है. मगर उसकी पत्नी, बेटी, बेटों के पास भारत और बांग्लादेश दोनों ही देशों का पासपोर्ट बरामद हुआ है. पुलिस जांच में पता चला है कि परिवार के बाकी सदस्य भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल करते थे. इसके अलावा परिवार के पास से पुलिस ने 5 फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं. ये हिना के मायके के पते पर बने हुए हैं. पुलिस अंतरराष्ट्रीय हवाला नेटवर्क का खिलाड़ी भी मान कर चल रही है. मोबाइल पर कोड वर्ड में पैसों के लेनदेन की भी चर्चा है. पास से अमेरिकी डॉलर भी बरामद किए गए हैं. चौंकाने वाली बात है कि इसके पास काम कुछ नहीं था लेकिन फ्लैट का किराया 40 हजार जरूर देता आ रहा था. सभी बिंदुओं पर पुलिस अब अपनी जांच को आगे बढ़ाने जा रही है.