Kanpur News: यूपी पुलिस की लापरवाही के कई मामले आपने सुने होंगे. अब एक अनोखा मामला कानपुर से सामने आया है. जहां घाटमपुर थाना पुलिस की ऐसी लापरवाही सामने आई है, जिसमें एक निर्दोष व्यक्ति को दस दिन जेल जाना पड़ा. जेल से छूटकर आने के बाद पीड़ित ने पुलिस अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है. पीड़ित का कहना है कि घाटमपुर पुलिस ने उसे एक गैर जमानती वारंट में उसे हमनाम होने के चलते जेल भेज दिया. जब कि वह अपना आधार कार्ड दिखाकर पुलिस के हाथ पैर जोड़ता रहा. फिलहाल अब मामले की शिकायत के बाद पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं.


साल 2021 में घाटमपुर कोतवाली पुलिस ने कस्बे के कूष्मांडा नगर निवासी प्रमोद कुमार (संखवार) पुत्र दुर्गा प्रसाद को अवैध असलहा रखने के जुर्म में आर्म्स एक्ट के तहत जेल भेजा था. जेल जाने के बाद जब वह जमानत पर छूटकर बाहर आया और कोर्ट में केस ट्रायल पर आया तो वह तारीखों पर नहीं पहुंचा. कोर्ट ने समन जारी किए तब भी कोर्ट में न उपस्थित होने के चलते कोर्ट ने बीती 24 अगस्त को उसका एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया.


निर्दोष शख्स को भेज दिया जेल


एनबीडब्ल्यू का कागज जब घाटमपुर कोतवाली पहुंचा तो 12 सितंबर को थाने के दरोगा शुभम और कांस्टेबल राजकिशोर ने प्रमोद कुमार संखवार की जगह बसंत बिहार घाटमपुर के रहने वाले प्रमोद कुमार (साहू) पुत्र दुर्गा प्रसाद साहू को पकड़ लिया और उसे जेल भेज दिया. दस दिन तक जेल में रहने के बाद उसकी जमानत हुई.


गलत तरह से गिरफ्तार कर भेजा जेल


जेल से रिहा होने के बाद पहले तो उसकी हिम्मत नहीं हुई पर अब उसने हिम्मत जुटा कर पुलिस अधिकारियों से मामले की शिकायत कर खुद के लिए इंसाफ की मांग की है. तब जाकर यह मामला सामने आया है. प्रमोद कुमार साहू के अनुसार वह अपने भाई के साथ आढत का काम करता है. उनका कहना है कि पुलिस आई और पूछा कि तुम्हारा नाम प्रमोद कुमार है, तुम्हारे पिता की मृत्यु हो चुकी है, तुम्हारे खिलाफ अवैध तमंचा रखने का आरोप है. जिस मामले में कोर्ट ने तुम्हारे खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किया है और तुम जेल जाओगे और पकड़ कर चौकी ले आए और दूसरे दिन जेल भेज दिया. पीड़ित के अनुसार उसने दरोगा को अपना आधार कार्ड भी दिखाया और बताया कि वो पहले कभी जेल नहीं गया है और उसके पिता जिंदा है तब भी उसने एक न सुनी.


अधिकारी कर रहे मामले की जांच 


वहीं ऐसा मामला सामने आने के बाद इस पूरे मामले पर जांच शुरू कर दी गई है. ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनन्द प्रकाश तिवारी ने बताया कि मामले से जुड़े सभी तथ्यों को मंगाया गया है. मामले में जांच शुरू करने के आदेश दिए है. इस तरह की लापरवाही बड़ी लापरवाही है. जांच के बाद उचित कार्यवाई की जायेगी ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो सके.


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