Knapur News Today: कानपुर में बीते दिनों कारोबारी की पत्नी का एकता गुप्ता का शव जिलाधिकारी आवास के नजदीक बने ऑफिसर्स कैंपस में दफन मिला था. इस घटना का खुलासा होते ही पूरे देश में कोहराम मच गया. पुलिस ने एकता गुप्ता की हत्या के आरोप में जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया था.
एकता गुप्ता की हत्या के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. हत्या के आरोप में गिरफ्तार जिम ट्रेनर विमल सोनी से कानपुर पुलिस नए सिरे से गहन पूछताछ करने की योजना बना रही है. पुलिस कोर्ट से आरोपी के 48 घंटे की रिमांड मांगी थी. मंजूरी मिलने के बाद अब पुलिस आरोपी को घटना स्थल पर ले जाकर रिक्रिएशन कराएगी और इस केस के अनसुलझे पहलुओं से पर्दा हटाने की कोशिश करेगी.
शव को गहरे गड्ढे में दफनाया
दरअसल, चार महीने से गायब कानपुर के कारोबारी की पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस ने जिम ट्रेनर विमल सोनी को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में आरोपी जिम ट्रेनर कई चौंकाने वाले खुलासे किए. पुलिस पूछताछ में आरोपी में एकता की हत्या कर शव को जिलाधिकारी के आवास के पास बने ऑफिसर्स कैंपस में कई फीट गहरे गड्ढे में दफनाने की बात कबूल की थी.
विवाद के बाद की हत्या?
विमल की कहानी में कई सवाल बने हुए हैं, जैसे शव को लाने वाली कार ने पतले से गेट से प्रवेश कैसे किया. पुलिस को जांच के दौरान एकता का मोबाइल और पर्स अभी तक क्यों नहीं मिला? इस हत्याकांड में इन सभी पहलुओं की जांच के लिए आरोपी से पूछताछ के लिए पुलिस ने कोर्ट से 48 घंटे का रिमांड मांगा.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी विमल ने बताया कि उसका एकता गुप्ता से अंतरंग संबंध थे. बताया जा रहा है कि विमल की शादी तय होने के बाद दोनों के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद विमल ने कथित रूप से एकता का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और फिर कार से से उसके शव ले जाकर डीएम कंपाउंड के पास बने सरकारी कैंपस दफना दिया.
हत्याकांड के अनसुलझे पहलू
पुलिस की जांच के बावजूद इस केस में कई सवाल बाकी हैं. विमल ने एकता का शव जिस कार में लेकर कैंपस तक पहुंचाया, वह कार उस जगह तक कैसे पहुंची, जहां गेट की चौड़ाई कार के अनुपात में कम है? इसके अलावा, एकता का मोबाइल और पर्स अभी भी बरामद नहीं हुआ है. पुलिस के सामने यह सवाल भी बना हुआ है कि हत्या स्थल पर ही एकता को मारा गया या किसी और जगह पर हत्या कर उसे यहां लाकर दफनाया गया.
पुलिस अब रिमांड पर लिए गए आरोपी से पूछताछ करके हत्या के अन्य पहलुओं को उजागर करने की कोशिश कर रही है. घटना के रिक्रिएशन के जरिए पुलिस को इस मामले में और सबूत मिलने की उम्मीद है. अब देखना यह है कि पुलिस को इस रिमांड और पूछताछ से क्या नए तथ्य हाथ लगते हैं.
ये भी पढ़ें: कटेहरी उपचुनाव में गड़बड़ी की आशंका? शिवपाल यादव ने सपा कार्यकर्ताओं से कहा- 20 नवंबर को...