कानपुर के प्रापर्टी डीलर की होटल में मौत के मामले में छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं सपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कैंडिल जलाकर मनीष को श्रद्धां‍जलि दी. पूर्व में अनुमति लेने और धारा 144 को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने उन्‍हें कैंडिल मार्च निकालने से रोक दिया. इस अवसर पर सपा पदाधिकारियों ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की. इसके साथ ही मृतक की पत्‍नी को नौकरी और एक करोड़ रुपए का मुआवजा भी देने की मांग की.


SP ने दी प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्‍ता को श्रद्धांजलि


गोरखपुर के समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बुधवार की शाम 5 बजे टाउनहाल स्थित‍ नगर निगम परिसर रानी लक्ष्‍मी बाई पार्क में कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्‍ता को श्रद्धांजलि देने के लिए जुटे. प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों और भारी फोर्स के बीच सपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कैंडिल जलाकर दिवंगत प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्‍ता को श्रद्धांजलि दी. हालांकि कैंडिल मार्च निकालने की अनुमति नहीं होने और धारा 144 लागू होने की वजह से उन्‍हें रोक दिया गया. वहीं पर सपा के निवर्तमान महानगर अध्‍यक्ष जियाउल इस्‍लाम ने सिटी मजिस्‍ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्‍तव को ज्ञापन सौंपा.


SP ने की एक करोड़ मुआवजे और CBI जांच की मांग


इस अवसर पर सपा के निवर्तमान महानगर अध्‍यक्ष जियाउल इस्‍लाम ने कहा कि परसों रात में कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्‍ता की श्रद्धांजलि सभा करने जा रही थी. लेकिन, जिला प्रशासन को ये भी बर्दाश्‍त नहीं हुआ कि वे लोग मनीष को श्रद्धासुमन अर्पित कर पाएं. मनीष गुप्‍ता को श्रद्धांजलि देने के लिए मना कर दिया गया. उन्‍होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए, तभी दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा. सरकार से एक करोड़ रुपए मुआवजा देने के साथ प‍त्‍नी मी‍नाक्षी को नौकरी देने के साथ दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए. उन्‍होंने कहा कि शांति के प्रतीक महात्‍मा गांधी की प्रतिमा के नीचे उन लोगों ने श्रद्धांजलि देनी चाही, लेकिन उन्‍हें रोक दिया गया. 


गांधी प्रतिमा पर कैंडिल जलाकर दी श्रद्धां‍जलि


इस बीच सपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्‍ता कीर्ति निधि पाण्‍डेय को पुलिस के आलाधिकारियों ने नगर निगम स्थित रानी लक्ष्‍मी बाई पार्क स्‍थल तक जाने से रोक दिया. इसके बाद वे कार्यकर्ताओं के साथ गांधी प्रतिमा पर पहुंचे और वहां पर कैंडिल जलाकर उन्‍होंने मृत प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्‍ता को श्रद्धां‍जलि अर्पित की. इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की पिटाई से जिस तरह से मनीष की मौत हो गई. सपा कार्यकर्ता श्रद्धांजलि सभा के साथ कैंडिल मार्च निकालना चाहते थे. लेकिन गोरखपुर जिला प्रशासन की हिटलरशाही नीति के नाते कुछ कार्यकर्ता ही गांधी प्रतिमा तक पहुंच पाएं हैं. सपा पीडि़ता के साथ न्‍याय दिलाने तक खड़ी है.


धारा 144 के कारण श्रद्धां‍जलि देने से रोका गयाः सिटी मजिस्‍ट्रेट


र्की‍ति निधि पाण्‍डेय ने कहा कि इसके पहले भी इन्‍द्रमणि तिवारी व्‍यापारी की हत्‍या हुई थी. आईपीएस मणिलाल पाटीदार आज भी फरार है. वे कहते हैं कि व्‍यापारियों, ब्राह्मणों के साथ समाज के तमाम तबके के लोगों को इस सरकार में उत्‍पीड़न हो रहा है. उन्‍होंने कहा कि लखनऊ में पुलिस गोली मारकर एक ब्राह्मण नौजवान की हत्‍या कर देती है, तो उसके परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी दिया जाता है. एक व्‍यापारी की पुलिस द्वारा हत्‍या की जाती है, तो महज 10 लाख रुपए देकर मामले को खत्‍म किया जा रहा है. सपा पीडि़ता को एक करोड़ रुपए मदद, सरकारी नौकरी, सीबीआई जांच और परिवार के साथ गवाह के सुरक्षा की मांग करती है.


गोरखपुर के सिटी मजिस्‍ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्‍तव ने बताया कि कानपुर के व्‍यापारी की जो मौत हुई है, उसे लेकर सपा के कार्यकर्ता कैंडिल मार्च निकालना चाहते थे. लेकिन, अनुमति नहीं होने की वजह से उन्‍हें मार्च निकालने से रोका गया. धारा 144 लगी होने की वजह से उन लोगों से बात की गई और ज्ञापन लेकर उन्‍होंने वहीं पर श्रद्धांजलि दे दी है.


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