Kanpur News: जेल में बंद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) के वकील गौरव दीक्षित ने इस आधार पर अदालत में सोलंकी का प्रतिनिधित्व करने से इनकार कर दिया है कि उन्हें चार महीनों से फीस का भुगतान नहीं किया जा रहा है. दीक्षित ने आरोप लगाया है कि चार महीने में कानूनी शुल्क के रूप में 32 लाख रुपये इरफान पर बकाया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मामले की शुरुआत से ही, मैं उनके मामले से संबंधित सभी कानूनी मामलों को देख रहा हूं. लेकिन अब मैं उनका केस लड़ने की स्थिति में नहीं हूं.
इस संबंध में वकील ने एडीजे-1 कोर्ट में विधायक के खिलाफ परिवाद भी दिया है. इरफान और उनके भाई रिजवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से इरफान वर्तमान में महराजगंज जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ जाजमऊ थाने में आगजनी के मामले में मामला दर्ज किया गया था. इसमें दोनों भाइयों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर डिफेंस कॉलोनी में एक महिला के घर में आग लगा दी थी.
इरफान सोलंकी के खिलाफ छह और मामले दर्ज किए हैं
इसी तरह, उन पर अशरफ अली के नाम पर दिल्ली से मुंबई तक हवाई यात्रा करने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया गया है. इस मामले में उनके खिलाफ ग्वालटोली थाने में गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पुलिस ने उनके खिलाफ छह और मामले दर्ज किए हैं.
इससे पहले इरफान सोलंकी की पत्नी ने सुरक्षा की चिंता को लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर कमिश्नर को प्रार्थना पत्र दिया था. उन्होंने सपा विधायक के लिए सुरक्षा की मांग की. सपा विधायक की पत्नी ने कहा, "उनके बच्चे स्कूल आते जाते है और उन्हें महाराजगंज जेल भी आना जाना होता है. अतीक वाले कांड से वो भी भय में हैं. इसलिए पुलिस कमिश्नर से मिलकर प्रार्थना पत्र देकर अपने और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है."