कानपुर: एक के बाद एक लव जिहाद के कई मामले सामने आने के बाद आईजी मोहित अग्रवाल ने एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी की टीम ने लगभग 2 महीने की जांच के बाद रिपोर्ट आईजी को सौंप दी है. जांच रिपोर्ट के 14 लव जिहाद के मामलो की जांच की गई है जिसमें 11 मामलो में चार्टशीट यानी लव जिहाद के संकेत मिले हैं तो वहीं 3 मामलों में लड़की ने पक्ष में बयान दिया है जिसके चलते फाइनल रिपोर्ट लगाई गई है.


एसआईटी की जांच रिपोर्ट में सबसे अहम बात ये निकल कर सामने आई है कि जिन 11 मामलो में चार्टशीट लगाई गई है उसमें से 8 लड़कियां नाबालिक हैं यानी कि ये लोग नाबालिक लड़कियों को ज्यादा टारगेट करते थे.


14 मामलो में 3 ऐसे मामले सामने आए है जिसमें लड़कों ने अपने हिन्दू नाम बताकर लड़की को प्रेम जाल में फसाया था और अपने हिन्दू नाम की आईडी भी बनवाई थी. ये सभी तीनो मामले नौबस्ता थाना क्षेत्र के थे. जहां पर युवकों ने आर्यन, बाबू और राजेश सिंह नाम बता कर लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाया था.


विदेश से फडिंग और संगठित गिरोह के द्वारा लव जिहाद फैलाये जाने के मामले में एसआईटी को कोई सबूत नहीं मिले हैं. सभी के एकाउंट डिटेल खगाले गए हैं लेकिन किसी तरह का कोई सबूत नहीं मिला. वहीं, संगठित गिरोह के मामले पर 4 लोगों के आपस में बातचीत की बात सामने आई है लेकिन किसी तरह के गिरोह की बात सामने नहीं आई है.



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