Kanpur News: कहते हैं नाम में क्या रखा है? लेकिन बात अगर सियासत की हो तो ऐसा लगता है कि नाम में ही सब कुछ रखा है. कानपुर (Kanpur) के ग्रीनपार्क स्टेडियम में अत्याधुनिक जिम और न्यू प्लेयर्स पवेलियन का साल 2021 में लोकार्पण हुआ और उसमें गोविंद नगर से बीजेपी के विधायक सुरेंद्र मैथानी के नाम का पत्थर लग गया. ये बात क्षेत्रीय समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई को इतनी बुरी लगी कि उन्होंने इसकी शिकायत विधानसभा में कर दी. लंबी चली लड़ाई में जीत समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई की हुई और अब लगाए गए पत्थर में उनका नाम अंकित करवा दिया गया है.


बीजेपी और सपा के बीच का ये पत्थर वॉर इसलिए काफी अहम है क्योंकि सुरेंद्र मैथानी और अमिताभ बाजपेई दोनों ही 2024 की लड़ाई के लिए अपने-अपने दल से सबसे कद्दावर दावेदार अभी से माने जा रहे हैं. लोकसभा चुनावों से पहले सीट दर सीट सियासी गोंटी फिट करने में सभी राजनैतिक दल जुट गए हैं. वैसे तो सियासी सूरमाओं के बीच पत्थरों पर सियासत कोई नई बात नहीं है.गाहे-बगाहे पत्थरों पर नाम अंकित करने और विकास कार्यों का क्रेडिट लेने की होड़ में अक्सर सत्ता पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधि आमने सामने आ जाते हैं.


क्या है पूरा मामला?
इन दिनों कानपुर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. बात दरअसल साल 2021 की है जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ग्रीन पार्क में एक पत्थर अत्याधुनिक जिम और न्यू प्लेयर्स पवेलियन का लगाया गया. इस पत्थर में स्थानीय विधायक अमिताभ बाजपेई का नाम अंकित किया जाना चाहिए था लेकिन यहां सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का नाम नदारद था और गोविंद नगर से बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी का नाम सांसद सत्यदेव पचौरी के साथ अंकित मिला जिसके बाद सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश विधानसभा में कर दी.


अमिताभ बाजपेई ने इसे अपमानित करने वाला आचरण और सत्तापक्ष की चाटुकारिता करने वाले अधिकारियों पर जमकर कटाक्ष किया. अमिताभ बाजपेई ने खेल विभाग की उपनिदेशक मुद्रिका पाठक को भी इस मामले में सत्ता पक्ष के विधायक की चाटुकारिता करने के आरोपों से घेर लिया. सपा विधायक अमिताभ भाजपाई ने हालांकि बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी का नाम नहीं लिया लेकिन इशारों इशारों में मैथानी को घेरने का जरूर काम किया.वहीं बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी और उनकी सरकार पत्थरों पर राजनीति नहीं करती उनका ध्यान विकास पर होता है.अगर अमिताभ बाजपेई को इतनी ही दिक्कत है तो वह उनकी गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों पर अपने पत्थर लगा सकते हैं.


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