Kanpur News: भारतीय रेल को साजिशों का शिकार बनाने की नापाक कोशिशें हर रोज हो रही है. कानपुर में हुए दो ट्रेन हादसे हो या फिर अजमेर में माल गाड़ी को पलटने की साजिश की जांच में देश की तमाम एजेंसियां तफ्तीश में जुटी. कानपुर में साबरमती हादसा हो या हाल ही में हुए कालिंद्री एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का मामला पुलिस से लेकर आईबी,एटीएस,क्राइम ब्रांच जैसी तमाम एजेंसियां काम कर रही हैं. कानपुर हादसे को लेकर 50 से ज्यादा संदिग्धों को शक और संदेह के आधार पर पूछताछ के दायरे में लाया गया, 500 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए. लेकिन जांच एजेंसियों की जांच सिफ़र साबित हो रही है.
कालिंदी एक्सप्रेस हादसे मामले में कानपुर पुलिस के एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने हादसे से जुड़ी तमाम जांच एजेंसियों की तफ्तीश और किसी नतीजे पर पहुंचने को लेकर जानकारी दी है. जिसमे ट्रेन हादसे से जुड़ी तमाम एजेंसियों की जांच पड़ताल, छानबीन और कड़ी से कड़ी जोड़कर की जा रही इंक्वायरी को साफ कर दिया है कि अभी जांच चलती रहेगी. एजेंसियों ने 500 सीसीटीवी कैमरे खंगाले के दावे किए लेकिन वो भी कोशिश नाकाम साबित हुई. अब जांच घटना के खुलासे के दावे पर ही टिकी है. देखना होगा की ट्रेन हादसों की साजिश के पीछे किसका हाथ है.
लगातार संदिग्धों से पूछताछ की जा रही
ये जवाब जांच एजेंसियों की जांच और जल्द से जल्द खुलासे के दावे को कहीं न कहीं खोखला साबित कर रहा है. क्योंकि जांच एजेंसियों के हाथ में अभी तक कुछ भी नहीं आया है.अभी कानपुर में हुए साबरमती एक्सप्रेस हादसे के मामले में भी जांच एजेंसियों ने किसी मजबूत तह तक अपनी पहुंच नहीं दिखाई है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर की माने तो लगातार संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. दस किलोमीटर के रेडियस में सभी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों से भी पूछताछ हो रही है.
संदिग्ध शाहरुख को एनआईए ने छोड़ा
पुलिस और जांच टीम के रडार पर कानपुर के शिवराजपुर क्षेत्र में हुए ट्रेन हादसे को लेकर पुलिस ने एक शाहरुख नाम के शख्स को हिरासत में लिया था. जिसे बाद में एनआईए अपने साथ लखनऊ लेकर चली है थी लेकिन जांच के बाद एनआईए ने शाहरुख को हिरासत से छोड़ दिया. लेकिन शाहरुख के बताए गए डिटेल से जांच एजेंसी कुछ तार जोड़ने की फिराक में है. लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी 50 से अधिक संदिग्धों को सैकड़ों संदिग्धों के बेच से फिल्टर कर निकला गया. लेकिन फिल्टर किए गए संदिग्धों से भी अभी कोई खास जानकारी हासिल नहीं हुई.
ये भी पढ़ें: 'मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता', सपा मुखिया अखिलेश यादव किस पर हुए फायर