Azamgarh News: कानपुर में लगातार दो बार हुई भारतीय रेल को बड़ा नुकसान पहुंचाने की साजिश नाकाम साबित हुई. क्योंकि इस हादसे और साजिश में कोई भी मासूम शिकार नहीं हुआ.हजारों लोगों ने कानपुर से होकर इस ट्रेन से गुजरने वाली साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन और कालिंदी ट्रेन में सफर किया. लेकिन हादसे में किसी भी तरह की घटना नहीं घटित हुई. लेकिन हादसे की साजिश की जांच कर रही तमाम एजेंसियां अब कानपुर में हुए कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन के हादसे की साजिश कानपुर में मुंडेरी गांव से यूपी के आजमगढ़ पहुंच गई गई है.

कानपुर के शिवराजपुर क्षेत्र के पास रेलवे ट्रैक पर कलिंद्री एक्सप्रेस को डी रेल करने की कोशिश की गई थी. उसके लिए ट्रेन के आगे एलपीजी से भरा हुआ सिलेंडर, एक कांच की बोतल में पेट्रोल और मिठाई के डिब्बे में विस्फोटक रखकर उसे धमाके साथ उड़ने की नापाक कोशिश की गई थी. इस साजिश में 200 संदिग्ध लोगों से जांच एजेंसियों के साथ कानपुर पुलिस ने पूछताछ की. लेकिन कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी. इसी बीच अब इस हादसे की साजिश के तार यूपी के आजमगढ़ से जुड़ रहे हैं.

जांच के बाद हटाई जाएगी अवैध बस्ती
कानपुर के शिवराजपुर से निकाली गई संदिग्ध मोबाइल लोकेशन से आजमगढ़ में बात किए जाने की बात सामने आ रही है. घटना के दिन घटना स्थल के पास से आजमगढ़ में फोन लगाया गया था, लेकिन संदिग्ध मोबाइल नंबर बंद आ रहा है. जिसके बाद जांच एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है. वहीं कानपुर में पुलिस कमिश्नर और रेलवे उत्तर मध्य के डीआरएम ने रेलवे ट्रैक के किनारे बसी बस्तियों पर भी योजना बनाई है. दोनो ही अधिकारियों ने कई किलोमीटर तक ट्रेन में सफर कर जांच की. हादसों को ध्यान में रखकर रेलवे किनारे बसी अवैध बस्ती को हटाने की तैयारी की जाएगी.


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