Uttar Pradesh News: कानपुर (Kanpur) अपने पतंगबाजों के शौकीनों के लिए जाना जाता है. रविवार से कानपुर जिला प्रशासन ने पतंगबाजों के लिए 1 दिन के कानपुर पतंग महोत्सव की शुरुआत की है. यह पहला मौका है जब जिला प्रशासन ने पतंग महोत्सव (Kite Festival) का आयोजन करते हुए 100 के करीब पतंगबाजों को निमंत्रण दिया. कानपुर पतंग महोत्सव का आयोजन चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के खुले मैदान में किया गया, जहां बड़ी संख्या में पतंग उड़ाने के शौकीन पहुंचे. कानपुर के मंडल आयुक्त डॉ राजशेखर, जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर और पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड की उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया गया.
3-4 बार हो आयोजन-पतंगबाज
कानपुर में हो रही हल्की बूंदाबांदी ने पतंगबाजों के उत्साह में रुकावट डालने की कोशिश की, लेकिन पतंगबाज डटे रहे. पतंगबाजी के शौकीनों का कहना है कि उन्हें खुले मैदान नहीं मिल पाते, जिसकी वजह से वे अपने शौक को खुलकर पूरा नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कराए गए इस महोत्सव की बहुत जरूरत है और आयोजन साल में एक बार नहीं बल्कि कम से कम दो तीन बार होने चाहिए.
बड़े अधिकारियों ने की पतंगबाजी
कानपुर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित पतंग महोत्सव में शहर के बड़े अधिकारी भी अपने परिवार के संग पतंगबाजी का लुत्फ उठाते नजर आए. मंडलायुक्त डॉ राजशेखर अपने बच्चों और पत्नी के साथ यहां पहुंचे और जमकर पतंगबाजी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का पतंग महोत्सव आयोजन एक बेहतर कदम है. इससे पतंगबाजी और पतंग का धंधा करने वाले लोगों के लिए बहुत अवसर सृजित होंगे. वहीं डीएम विशाख जी अय्यर ने कहा कि पतंग महोत्सव का आयोजन अब हर साल मकर संक्रांति के ठीक बाद पड़ने वाले रविवार को कराने का प्लान बनाया गया है.
कहा जाता है कि पतंगबाजी के शौकीन की आंख और शरीर उनके इस शौक के चलते फिट रहता है. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई इस पहल से कानपुर के लोग काफी खुश दिखे. बारिश के बावजूद उनके उत्साह में कमी नहीं थी.
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