उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में फैमिली कोर्ट में एक अनोखा मामला सामने आया है. महानगर के रहने वाले एक शख्स ने अपनी पत्नी पर चरित्रहीनता और दाम्पत्य अपवित्रता का आरोप लगाया और गुजारा भत्ता के लिए दायर किए गए मुकदमे को खारिज करने के लिये आवेदन किया है. वहीं आरोपी महिला अपने ऊपर लगे इन आरोपों से इतनी क्षुब्ध है कि उसने फैमिली कोर्ट से इस बाबत लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग कर डाली है.
घर से बाहर निकाल दिया
अब इस मामले में कोर्ट ने 4 जून की तारीख तय की है. दरअसल महिला की शादी 2015 में बर्रा निवासी मेडिकल रिप्रजेंटेटिव से हुई थी. जिसके बाद पति ने विवाद के चलते साल 2016 में अपनी पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया. पीड़िता की तरफ से पहले मामला पुलिस थाने पहुंचा इसके बाद कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई. कोर्ट में पति ने पत्नी को चरित्रहीन बताते हुए साथ न रखने की बात कही.
नार्को टेस्ट की एप्लिकेशन
इन आरोपों से महिला इतनी दुखी हो गई कि उसने अपनी पवित्रता साबित करने की ठानी और इसके लिए कोर्ट में नार्को टेस्ट करवाने के लिए एप्लिकेशन दे दी है. फिलहाल मामले में कोर्ट ने 4 जून सुनवाई की डेट दे दी है. अब कोर्ट तय करेगा कि पत्नी का नार्को टेस्ट होगा या नही? उसके बाद पति द्वारा पत्नी पर लगाए गए आरोपों की वैधता चेक की जाएगी और फिर मुआवजा मामले में कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा.
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