Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों (UP government schools) में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने की हर संभव कोशिश कर रही है. छात्र-छात्राओं को ऐसी शिक्षा दी जाए ताकि वह अपने पैरों पर खड़े होकर अपने परिवार को संभाले. परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों पर छात्रों को शिक्षा देने में अनदेखी और लापरवाही की तमाम तस्वीरें आती रही हैं. ऐसे में कानपुर (Kanpur) जिला प्रशासन ने परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा में ट्रेंड करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत 30 परिषदीय विद्यालयों से 30 शिक्षकों को चुनकर उन्हें अंग्रेजी भाषा में बेहतर किया जा रहा है.


शिक्षक कर रहे पढ़ाई
कानपुर में काकादेव इलाके में चल रही यह क्लास कुछ खास है. खास इसलिए क्योंकि इस क्लास में मौजूद छात्र, खुद शिक्षक हैं. यह सभी उत्तर प्रदेश सरकार के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक जरूर हों लेकिन इनके व्यवहार को देखकर यह जरूर समझ में आ जाता है कि यह शिक्षक इस क्लास में आने के बाद छात्रों की भांति उत्सुकता से पढ़ाई कर रहे हैं. 


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किया जा रहा अंग्रेजी भाषा में बेहतर 
दरअसल सरकार परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को दुरुस्त करना चाहती है. परिषदीय विद्यालयों के कई स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में तब्दील किया गया है लेकिन शिक्षकों का ज्ञान और बेहतर बनाने के लिए उन्हें अंग्रेजी भाषा में और बेहतर किया जा रहा है. कानपुर महानगर में जिला प्रशासन ने यह बीड़ा उठाया है जिसमें जिलाधिकारी ने बीएसए को निर्देशित करते हुए कुल 210 में से 30 परिषदीय विद्यालयों के एक-एक अध्यापक को इस क्लास में चुना है. इस क्लास में इन शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा बेहतर कराने की ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि यह सभी इंग्लिश में ट्रेंड होकर बच्चों को और बेहतर बना सकें.


इंग्लिश की बारीकियों को समझ रहे
जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के शिक्षकों को अंग्रेजी बोलनी सिखाई जा रही है. बेसिक शिक्षा विभाग ने स्पीकवेल इंग्लिश ट्रेनिंग फॉर द टीचर ऑफ गवर्नमेंट स्कूल सेट प्रोग्राम के अंतर्गत 30 शिक्षकों का चुनाव किया है. इन शिक्षकों की एक माह तक कक्षा लेने की शुरुआत भी की जा चुकी है. काकादेव स्थित इंस्टिट्यूट में अध्यापक छात्रों की भांति एक क्लास रूम में इंग्लिश की बारीकियों को समझ रहे हैं.


उत्सुक दिख रहे टीचर
परिषदीय स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने के बाद रोजाना 1 घंटे शिक्षक यहां पर ट्रेनिंग लेने पहुंच रहे हैं. डीएम विशाख जी ने शिक्षक प्रशिक्षण प्रोग्राम का शुभारंभ किया है. मास्टर ट्रेनर डॉक्टर शेफाली राज इनको यहां अंग्रेजी बोलना सिखा रही हैं जिससे छात्र बने अध्यापक काफी उत्सुक दिख रहे हैं.


गंभीरता दिखा रहे टीचर
इस क्लास में मौजूद सभी अध्यापक जानते हैं कि उनके हाथ में हजारों छात्रों का भविष्य है. ऐसे में सभी अध्यापक इस क्लास में छात्र के रूप में अंग्रेजी भाषा को बेहतर करने में जुटे हैं और सभी काफी गंभीर दिख रहे हैं. जिला प्रशासन का प्रयास भी काफी बेहतरीन कहा जा सकता है क्योंकि समय-समय पर होने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम के चलते शिक्षा के उस मकसद को पाया जा सकता है जिसकी समाज में छात्रों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए सरकार के द्वारा कोशिश की जा रही है.


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