Uttar Pradesh News: कानपुर (Kanpur) से 11 दिसंबर को पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक डॉक्टर रिजवान को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया है. रिजवान के ससुर, पत्नी और बच्चों के साथ यह पेशी कोर्ट में कराई गई. यहां से इन पांचों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस (Kanpur Police) ने रिजवान की रिमांड लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. पुलिस सूत्रों की मानें तो रिमांड अर्जी में लिखा गया है कि डॉक्टर रिजवान से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है, इसलिए उन्हें पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड पर दिया जाए. पुलिस सूत्रों का दावा है कि अब तक की जांच पाकिस्तान कनेक्शन की ओर इशारा करती है, जबकि कई देशों में यात्रा के संबंध के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं.
सूत्रों की मानें तो शुरुआती पूछताछ और मिले साक्ष्यों के चलते सुरक्षा एजेंसियों ने बांग्लादेशी नागरिक डॉ रिजवान अहमद को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना है. वहीं पुलिस ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय और शासन को भेज दी है. बांग्लादेशी परिवार के मोबाइल लैपटॉप डेस्कटॉप पर जो कुछ जानकारी मिली है वो संदिग्ध प्रतीत होती है. व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम से डिलीट की गई चैट से एजेंसियां साफ ना होने के बावजूद इस बात का पक्का संदेह जता रही हैं. एटीएस, एनआईए और आईबी के अफसरों ने डॉक्टर रिजवान और उसके ससुर खालिद माजिद से कई घंटों तक पूछताछ की है, इसकी रिपोर्ट केंद्र की सुरक्षा एजेंसी को भेजी है.
जांच में जुटी पुलिस
सुरक्षा एजेंसी ने जांच के दौरान रिजवान मोहम्मद के सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले तो व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम से मैसेज डिलीट मिले हैं. वहीं कुछ विदेशियों से बातचीत के मैसेज एजेंसी के अधिकारियों के रडार में हैं. पुलिस गंभीरता से इनकी जांच में जुटी है सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक हर चैट में खास कोडिंग की गई है और इसके बारे में डॉक्टर रिजवान ने अभी तक मुंह नहीं खोला है.
सूत्रों की मानें तो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से मिली जानकारी के मुताबिक डॉ रिजवान के संपर्क में तमाम ऐसे लोग भी हैं जो खुफिया एजेंसियों की लिस्ट में शामिल हैं. इस वजह से रिजवान को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा माना जा सकता है. ऐसे कुछ लोगों से भी पूछताछ की गई है. रिजवान इंडोनेशिया मलेशिया नेपाल समेत देश के तमाम शहर दिल्ली, मुंबई और लखनऊ घूमता रहा है. इस बीच इरफान सोलंकी के प्रमाण पत्र जारी करने के लिए दिए गए लेटर से उनके हस्ताक्षर का मिलान भी जल्द करवाया जाएगा.
इस बीच पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक रिजवान के दूसरे नाबालिग बेटे को भी पकड़ लिया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे नौबस्ता स्थित नाबालिगों के जेल भेज दिया है. इस मामले में रिजवान, उसकी पत्नी हिना, बेटी रुखसार और ससुर खालिद को जेल भेजा जा चुका है जबकि एक नाबालिक बेटा जेल भेजा जा चुका है. पुलिस की मानें तो रिजवान की गिरफ्तारी के वक्त दूसरा नाबालिक बेटा एक शादी में सिविल लाइंस इलाके गया हुआ था. उसे परिजनों की गिरफ्तारी के बारे में पता चला तो रिश्तेदारों ने उसे ग्रीन पार्क के पास किसी घर में रुकवा दिया था, लेकिन पुलिस उसे ट्रेस करते हुए पहुंच गई.
पुलिस ने नाबालिग लड़के के पास से साल 2016 का कोलकाता के एक अस्पताल का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बरामद किया है. उसके अनुसार उसकी उम्र करीब 8 साल होनी चाहिए जबकि वह 14 साल का है. असलियत में उसका जन्म बांग्लादेश में हुआ था. पुलिस ने नाबालिग से महिला दरोगा के नेतृत्व में पूछताछ की, जिसपर उसने बताया कि उसके घर पर कई नेताओं का आना-जाना लगा रहता था और इरफान को वह अच्छी तरीके से पहचानता है.