Kanpur News: अखिलेश यादव का आरोप, कहा- इरफान सोलंकी का विकास दुबे जैसा होता हाल लेकिन...
UP News: अखिलेश यादव ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि अफसर यह ना भूलें कि वक्त हमेशा बदलता है और भविष्य में उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है.
Uttar Pradesh News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को दावा किया कि आगजनी के आरोप में जेल में बंद उनकी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी निर्दोष हैं और उन्हें फर्जी आरोपों में फंसाया गया है. अखिलेश ने पुलिस (Kanpur Police) पर सोलंकी (SP MLA Irfan Solanki) को सलाखों के पीछे रखने के लिए उनके खिलाफ फर्जी मामलों में मुकदमे दर्ज करने और उन्हें एक अन्य मामले में फंसाने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाने का आरोप लगाया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने विधायक सोलंकी के फरार होने का भी बचाव करते हुए दावा किया, ‘‘अगर वह कानपुर (Kanpur) से दूर नहीं जाते तो पुलिस उनके साथ वैसा ही बर्ताव करती जैसा कारोबारी बलवंत सिंह के साथ किया गया, जिन्हें पुलिस हिरासत में मार डाला गया या उनका हाल विकास दुबे जैसा हो सकता था, जिसे मुठभेड़ में मार दिया गया था.’’
अधिकारियों को अखिलेश ने दी हिदायत
सोलंकी से जेल में मिलने गए अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के विधायकों और अन्य नेताओं को आपराधिक मामलों में साजिशन फंसाना आगामी चुनाव जीतने का बीजेपी सरकार का षड्यंत्र है और इस मामले में बीजेपी ने अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया है. उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा, ‘‘अफसर यह ना भूलें कि वक्त हमेशा बदलता है और भविष्य में उनके खिलाफ भी कार्यवाही हो सकती है.’’
जरूरत पड़ी तो सड़कों पर उतरेंगे-अखिलेश
इससे पहले, यादव जेल में सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिले और उनके साथ करीब आधा घंटा बिताया. इस दौरान उन्होंने विधायक को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी उनके साथ है और वह उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे. जेल से बाहर निकलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में जल्द एक आंदोलन शुरू करने का ऐलान करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे.
क्या आरोप हैं विधायक इरफान सोलंकी पर
गौरतलब है कि सीसामऊ क्षेत्र से सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ पिछली आठ नवंबर को नजीर फातिमा नामक एक महिला के घर में आग लगाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था. करीब एक महीने तक फरार रहने के बाद सोलंकी ने इस महीने के शुरू में आत्मसमर्पण कर दिया था. सोलंकी पर शहर से फरार होने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करने का भी आरोप है.
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