UP News: कानपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा (Kanpur Violence) के बाद से ही प्रशासन सख्त नजर आ रही है. मंगलवार को कानपुर में पुलिस (Police) और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने फ्लैग मार्च किया. इसकी जानकारी पश्चिम कानपुर के डीसीपी (DCP) एस मूर्ति ने दी. उन्होंने कहा, "यह विश्वास बहाली का उपाय है. हम जनता को सुरक्षा की भावना प्रदान करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. जिले में स्थिति शांतिपूर्ण है."
क्या बोले एडीजी?
वहीं यूपी एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने भी कानपुर की घटना पर बयान दिया. उन्होंने कहा, "मंगलवार तक 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जबकि रात को 12 और लोग गिरफ्तार हुए हैं. हमने वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों की पहचान कर ली है. ये घटना पूरी साजिश के तहत हुई है. ऐसा ही सीएए और एनआरसी के वक्त किया गया था. कुछ लोग ऐसे हैं जो प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग करना चाहते हैं. लेकिन हम स्पष्ट कर देते हैं कि आम लोगों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा."
3 अधिकारी कर रहे जांच
उन्होंने कहा, "जिनके पोस्टर शहर में लगे हैं वो पत्थर फेंकते हुए नजर आ रहे हैं. हम पूरी पारदर्शी तरीके से काम कर रहे हैं. हम पूरी सावधानी से केवल उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. सामान्य जनता को कोई असुविधा ना हो इसका ध्यान रखा जा रहा है. जिन्होंने भी शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की है उनपर कार्रवाई कर रहे हैं. सभी पहलुओं से जांच हो रही है, जो भी उसमें पाए गए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. आरोपियों पर गैंगस्टर लगेंगे और हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दोषियों से की जाएगी. कानपुर में 3 एसपी स्तर के अधिकारी तैनात हैं, जो जांच कर रहे हैं."
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