Kanpur Violence Latest Update: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गाजियाबाद में कहा कि कानपुर हिंसा के मामले में लोगों को चिह्नित किया जा रहा है, जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने कानून तोड़ा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उनके खिलाफ किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाएगा. इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसी से मिलता-जुलता बयान दिया था.
बता दें कानपुर में शुक्रवार (3 जून) को जुमे की नमाज के बाद परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में हिंसा भड़क गई. जिसमें पुलिस समेत तकरीबन तीन दर्जन से ज्यादा आम लोग घायल हो गए. शनिवार को पुलिस को इस मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी. पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी जफर हयात को दबोच लिया. पुलिस ने कानपुर हिंसा मामले में 500 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद कुछ आक्रोशित लोगों ने दुकानें बंद करवाने की कोशिश की. जिसके बाद हिंसा भड़क गई.
जब हिंसा हुई तब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सीएम थे कानपुर में मौजूद
सबसे हैरानी की बात यह रही कि जब हिंसा को अंजाम दिया गया, उस वक्त सीएम योगी आदित्यनाथ समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कानपुर में मौजूद थे. दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह कार्यक्रम के लिए गोरखपुर में आमंत्रित किया गया था. इसी के चलते शुक्रवार को पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ भी राष्ट्रपति के साथ कानपुर में थे.
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नूपुर शर्मा के बयान को माना जा रहा हिंसा भड़कने का कारण
कानपुर हिंसा के बैकग्राउंड में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा का वह कथित विवादित बयान माना जा रहा है जो उन्होंने एक समाचार चैनल पर डिबेट के दौरान दिया था. नूपुर शर्मा पर आरोप कि पैगंबर मोहम्मद पर उनके कथित विवादित बयान से अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं. कई जगहों से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग किए जाने की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं.
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