Kanpur Violence: हिंसा के आरोपियों पर प्रशासन का ताबड़तोड़ एक्शन, इन 3 अभियुक्तों की संपत्ति की सील
कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा (Kanpur Violence) के बाद अब प्राधिकरण ने 3 आरोपियों के मकान को सील कर दिया है. पुलिस (UP Police) ने दावा किया है कि इन तीनों की हिंसा में भूमिका रही.
UP Violence: कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा (Kanpur Violence) और बवाल के मामले में पुलिस और प्रशासन ने अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है. अब तक की जांच में हिंसा में शामिल पाए गए 3 अभियुक्तों की इमारतों को रविवार को कानपुर विकास प्राधिकरण (Kanpur Development Authorities) की टीम ने पुलिस और आरएएफ (RAF) की मौजूदगी में सील कर दिया गया. कानपुर पुलिस (Kanpur Police) ने दावा किया है कि बवाल मामले में इन तीनों इमारतों के मालिकों की भूमिका सामने आई है. जिसके बाद तीनों संपत्तियों को त्वरित गति से चिंहित करते हुए सील भी कर दिया गया है.
3 निर्माणाधीन बिल्डिंग्स सील
कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी से संपर्क रखने वाले लोगों पर सरकारी विभाग शिकंजा कस रहे हैं. कानपुर विकास प्राधिकरण ने दल बल के साथ रविवार को 3 निर्माणाधीन बिल्डिंग्स को सील करने की कार्रवाई की. प्राधिकरण की टीम सबसे पहले नई सड़क के विश्वनाथ खत्री हाते में पहुंची. जहां सलीम ऊर्फ जॉनी वाकर नाम के शख्स की बिल्डिंग को दोबारा सील कर दिया गया. कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की टीम की मानें तो इस बिल्डिंग को पहले ही सील किया जा चुका था, लेकिन दोबारा निर्माण कराया जा रहा था. जिसके बाद आज फिर से सीलिंग की कार्रवाई की गई.
इस दौरान टीम के साथ पुलिस और आरएएफ टीम भी मौजूद रही. पुलिस की तरफ से जारी पत्र पर गौर करें तो कानपुर विकास प्राधिकरण की यह कार्रवाई जफर हयात हाशमी के बिल्डर मोहम्मद वसी के संबंधों के मद्देनजर की गई. केडीए की टीम ने आनन-फानन में बिल्डिंग को सील कर पोस्टर चस्पा किया और किसी भी तरह के निर्माण को करने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही. बताया जा रहा है कि ताबड़तोड़ कार्रवाई के पीछे कानपुर हिंसा के आरोपी जफर के इन लोगों से पैसों का लेनदेन है.
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चमनगंज में भी हुई कार्रवाई
इसके बाद केडीए की टीम ने चमनगंज क्षेत्र के प्रेम नगर में स्थित एसएच मलिक की निर्माणाधीन बिल्डिंग को सील कर दिया. इस बिल्डिंग में काम हो रहा था और बाहर बोर्ड लगा था कि बिल्डिंग का मानचित्र केडीए के द्वारा स्वीकृत है. जबकि बिल्डिंग में मानकों को दरकिनार कर निर्माण कराया जा रहा था. केडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर बिल्डिंग की सीलिंग की कार्रवाई की. इस दौरान स्थानीय सर्किल की पुलिस के साथ आरएएफ के जवान भी मौजूद रहे. इस बिल्डिंग का निर्माण भी हाजी मोहम्मद वसी के द्वारा कराया जा रहा था.
वहीं जाजमऊ में भी केडीए ने मानकों के विपरीत बन रही बिल्डर हाजी वसी की बिल्डिंग को सील कर दिया. केडीए के ओएसडी अवनीश सिंह की मानें तो अराजक तत्वों द्वारा परेड स्थित अवैध इमारत से पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था. विश्वनाथ खत्री हाते में जिस बिल्डिंग को सील किया गया वहां 3 जून को असामाजिक तत्व इक्कठा हुए थे.
पुलिस का दावा
इस बीच पुलिस ने दावा किया है कि इन तीनों की हिंसा में भूमिका रही. इसके अलावा कई तरह का सहयोग इनके द्वारा बवाल को बढ़ाने में किया गया. पुलिस की माने तो सलीम उर्फ जॉनी वॉकर, एस एच मालिक और मोहम्मद वसी की भूमिका हिंसा भड़काने में रही है. मोहम्मद वसी मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी का मुख्य फंडिंग करने वाले के रूप में चिंहित किया गया है. जबकि अन्य दो की भूमिका की विस्तृत जांच की जा रही है.
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