UP News: कानपुर हिंसा में फंडिंग का आरोपी फरार बिल्डर मोहम्मद वसी पुलिस की गिरफ्त में है. बिल्डर पर कानपुर हिंसा में तीन मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक उसने हिंसा के लिए जिम्मेदार संगठन को रुपए दिए थे, बाद में और ज्यादा रुपए देने का वादा भी किया था. पुलिस ने उसे लखनऊ में अमौसी एयरपोर्ट के पास से पकड़ने का दावा किया है. यह भी बताया जा रहा है कि वो विदेश भागने की फिराक में था. पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.


पुलिस ने कोर्ट से वसी को लेकर गैर जमानती वारंट लिया


बिल्डर वशी का नाम सबसे पहले हिंसा के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आया था. उसके बाद हिंसा में फंडिंग करने वाले मुख्तार बाबा की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ में भी बिल्डर वसी का नाम सामने आया था. इसके बाद पुलिस ने कोर्ट से बिल्डर वसी को लेकर गैर जमानती वारंट हासिल कर लिया था. शहर में वसी ने कम समय में बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया. उसकी और उसके गुर्गों के नाम पर 145 से ज्यादा बिल्डिंग होने का दावा किया जा रहा है. इनमें 28 बिल्डिंग में सीलिंग की कार्यवाई की जा चुकी है और 4 मामले में एफआईआर दर्ज है. पिछले 30 दिनों से पुलिस वशी की तलाश में थी, मगर उसकी लोकेशन अलग-अलग स्थानों पर मिल रही थी. 



वसी के बेटे को पुलिस ने किया गिरफ्तार


इसी बीच 3 जुलाई को पुलिस ने वसी के बेटे अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उस पर पिता को छुपाने का आरोप लगाया था. जिसके बाद चंद्रेश्वर हाते को कब्जाने की साजिश का खुलासा हुआ. कानपुर में नई सड़क पर हुई हिंसा का मुख्य मकसद चंद्रेश्वर हाते खाली कराना था. पुलिस सूत्रों के अनुसार हाजी बसी से शुरुआती पूछताछ में यह तथ्य निकलकर सामने आया है. इस मामले में प्रखर हिंदुत्व वादी नेता प्रकाश शर्मा का कहना है कि साल 2000 से 5 बार इस हाते पर हमला हुआ है.


फरारी का समय दिल्ली में काटा



हिंसा के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी से हाता खाली कराने के लिए एक सौदा भी हुआ था. जिसके लिए कुछ रकम भी दी गई थी और बाकी रकम हाता खाली होने के बाद दी जानी थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक वसी ने फरारी का ज्यादा समय दिल्ली में काटा. उसके बाद वह लखनऊ आया और वहां से कानपुर आया. यहां से वापस अमौसी एयरपोर्ट लोकेशन का पता चलने के साथ ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. कानपुर कैंट थाने में रखकर उसे कोर्ट में पेश किया गया.


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