UP News: उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे नमाज के बाद कानपुर (Kanpur) के कई इलाकों में हिंसा (Violence) भड़क उठी. इस दौरान दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव देखने को मिला. हालात को देखते हुए हिंसाग्रस्त इलाकों में स्थिति को काबू में करने के लिए भारी पुलिस (Police) बल तैनात किया गया. जबकि शुक्रवार को इस मामले में 18 लोगों की गिरफ्तार किया गया है. वहीं अब तक 3 एफआईआर (FIR) दर्ज हो चुकी है, वहीं 36 लोगों की पहचान भी की जा चुकी है.
क्या बोले पुलिस आयुक्त?
कानपुर हिंसा के मामले में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने जानकारी दी. उन्होंने बताया, "अभी स्थिति सामान्य है, सभी जगह पर सुरक्षाबल तैनात हैं. 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी है, इसमें 36 लोगों की पहचान भी की जा चुकी है. अभी भी हमारे पास बरामद फोटो से अन्य लोगों की पहचान की जा रही है. उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है."
पुलिस आयुक्त ने कहा, "जल्द ही सभी साजिशकरता और मौके पर मौजूद लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी प्रॉपर्टी को भी जब्त किया जाएगा. NSA के तहत कार्रवाई होगी ताकि माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए."
क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विरोध में दुकानों को बंद करवाना चाह रहे थे. इसके विरोध में विवाद पैदा हो गया और इस दौरान सड़क पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए. इसे काबू में करने के लिए कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. बता दें कि हिंसा के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर में ही थे. अब इस मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है.
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