कानपुर: कानपुर का रहने वाला और मर्चेंट नेवी में काम करने वाला युवक मलेशिया के पास से लापता हो गया है. 22 लोगों के बैच में 21 युवक वापस आ गए लेकिन कानपुर का रहने वाला युवक मनीष पॉल नहीं लौटा. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो कम्पनी के लोग जवाब नहीं दे रहे. अधिकारियों और पुलिस के चक्कर काट रहे हैं. परिजन अब पीएम मोदी से अपने आंख के तारे को वापस लाने की फरियाद कर रहे हैं.


30 जनवरी को मैसेज मिला लापता है मनीष


बूढ़ी पथराई आंखें अपने जिगर के टुकड़े का रो-रो कर इंतजार कर रही है. एकलौता बेटा मनीष पाल मर्चेंट नेवी में काम करता है और पिछले साल सितंबर में घर से काम पर निकला था. बीती 29 जनवरी को मनीष ने अपने परिजनों से बातचीत भी की थी, लेकिन 30 तारीख को परिजनों को मैसेज के जरिये यह बताया गया कि मनीष लापता है. इसके बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. जब परिजनों ने कंपनी के लोगों से संपर्क साधा तो कंपनी भी उन्हें कोई जवाब नहीं दे रही है.


पीएम से की फरियाद


मनीष के मां-बाप, चार बहनें उसका इंतजार कर रही हैं, लेकिन उसकी कोई भी सूचना उन्हें नहीं मिल रही. मनीष की मां और मामा का कहना है कि सभी अधिकारियों के पास जाकर उन लोगों ने मनीष को घर वापस लाने के लिए गुहार लगाई है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी से उनकी विशेष फरीयाद है कि उनके घर के एक एकलौता कमाने वाले बेटे को जल्द से जल्द घर वापस लाया जाए.


बहन से फोन पर हुई थी बात


दरअसल 29 जनवरी को शाम 5 बजे मनीष ने अपनी बहन को कॉल किया था और बताया था कि वह लिथुआनिया देश के क्लाइपेड़ा कोर्ट से मलेशिया की तरफ लाल सागर में बढ़ रहा है. मनीष ने अपनी बहन को यह भी बताया था कि मर्चेंट नेवी में जो स्टाफ है वह उसे काफी परेशान करता है. यही, बात मनीष के परिजनों को काफी ज्यादा परेशान कर रही है, उन्हें मनीष के साथ किसी अनहोनी की भी आशंका है. इधर कंपनी कोई जवाब नहीं दे रही और अधिकारी टालमटोल का रवैया अपना रहे हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स से इस मामले में बातचीत की जा रही है.


कोहना थाना क्षेत्र में रहने वाले मनीष के परिजन दर दर इस आस में भटक रहे हैं कि उनके बेटे की उन्हें खबर लगे, लेकिन लाल सागर के बीच मे ऐसा क्या हुआ कि जिसके बाद से मनीष लापता है इसके बारे में भी वो जानना चाहते हैं.


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