Kanwar Yatra 2022: उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 जुलाई से 12 अगस्त तक चलने वाली वार्षिक कांवड़ यात्रा की तैयारी शुरू कर दी हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यात्रा के मार्गो में साफ-सफाई और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. कांवड़ यात्रा भगवान शिव के भक्तों की एक वार्षिक तीर्थयात्रा है. भक्त उत्तराखंड में हरिद्वार, गोमुख और गंगोत्री से गंगा नदी का जल लेते हैं और इसे अपने स्थानीय शिव मंदिरों में शिवलिंग का जलाभिषेक करने के लिए सैकड़ों मील तक पैदल ले जाते हैं.
कांवड़ यात्रा प्लास्टिक मुक्त रखने की विशेष योजना
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि विभिन्न मंदिरों में कांवड़ यात्रा से लेकर जलाभिषेक तक के कार्यक्रमों को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए उन्होंने विशेष योजना तैयार की है. उन्होंने कहा कि पूरे कार्यक्रम को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे. अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील स्थानों की पहचान कर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना सुनिश्चित किया जाएगा. सभी शहरी एवं ग्रामीण मार्गों पर लगाए गए शिविरों का अवलोकन कर शर्तो के अनुरूप भोजन शिविर आयोजित करने की अनुमति दी जाएगी.
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ढाबे पर रेट लिस्ट लगाने को कहा जाएगा
वहीं मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि सभी संबंधित विभागों को विभागवार नोडल अधिकारी मनोनीत करने के लिए कहा जा रहा है और संबंधित सिविल और पुलिस अधिकारियों को मार्गों का सही दौरा कर स्थानीय स्तर पर बैठक कर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा जा रहा है. साथ ही कांवड़ यात्रा के मार्गों पर होटलों और ढाबों के मालिकों को प्रत्येक ढाबे पर निर्धारित स्थान पर भोजन की रेट लिस्ट लगाने को कहा जाएगा.