UP News: गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) ने ‘कांवड़ यात्रा’ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि पूरे जिले को 12 जोन, 26 सेक्टर, 105 उप-सेक्टर और 581 ड्यूटी प्वाइंट में बांटा गया है. उन्होंने कहा कि 53 निरीक्षक, 574 उप निरीक्षक, 1339 मुख्य आरक्षी और पीएसी की एक कंपनी, विशेष सुरक्षा बल के 144 आरक्षी तैनात किए गए हैं. सात सड़कों की 1000 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है.
कांवड़ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के हुए पुख्ता इंतजाम
बता दें कि हरिद्वार से गंगाजल लेकर कांवड़ियों का जत्था राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली की ओर लौटना लगा है. कांवड़िए गंगाजल अपने क्षेत्र के मंदिरों में भगवान शिव को चढ़ाएंगे. पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा के मुताबिक अप्रिय स्थिति से निपटने की पर्याप्त तैयारी है. चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी रखने के लिए 80 निगरानी टावर पर सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. उपद्रवी तत्वों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने के लिए 25 ड्रोन को भी तैनात किया जाएगा.
ड्रोन और सीसीटीवी की मदद से की जा रही निगरानी
मिश्रा ने कहा कि आवश्यकता अनुसार प्रत्येक पुलिस थाने को दो से तीन ड्रोन आवंटित किए जाएंगे. सावन महीने की शुरुआत के साथ कांवड़ यात्रा शुरू हो जाती है. इस बार दो महीने का सावन होगा. सावन में कांवड़िए भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए निकल पड़े हैं. सड़कों पर निकला कांवड़ियों का जत्था अपनी मुराद पूरी करने के लिए हर मुसीबत झेलने को तैयार है.
मान्यता है कि सावन महीने में कांवड़ उठाने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. रास्ते में कांवड़ियों का जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है. प्रशासन की तरफ से भी कांवड़ियों की सुविधा का खास ध्यान रखा गया है. कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है.