Uttarakhand Politics: कर्नाटक की हार का असर, अब उत्तराखंड BJP में बड़ी हलचल, शुरू किया ये काम
Karnataka Election 2023: उत्तराखंड में मिशन 2024 से पहले दो अहम चुनाव होने हैं. चंदन राम दास के निधन से खाली हुई बागेश्वर सीट पर उपचुनाव और नगर निकाय चुनाव भी साल के अंत में होने वाले हैं.
Karnataka Election Result 2023: हिमाचल और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है. कार्यकर्ता जीत का जश्न मनाने में लगे हैं. पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की जा रही है. लेकिन हिमाचल और कर्नाटक की हार का असर उत्तराखंड में पड़ा है. उत्तराखंड बीजेपी ने हार के बाद मंथन शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि आत्मविश्वास से भरपूर कांग्रेस सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए चुनौती को उत्तराखंड में कड़ा कर सकती है. हालांकि बीजेपी कांग्रेस की जीत को चुनौती नहीं मान रही है. उत्तराखंड में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दो अहम चुनाव होने हैं. चंदन राम दास के निधन से खाली हुई बागेश्वर सीट पर उपचुनाव होना है. नगर निकाय के चुनाव भी साल के अंत में होने वाले हैं.
कर्नाटक नतीजे से कांग्रेस को मिली मनोवैज्ञानिक बढ़त
जानकारों का मानना है कि कर्नाटक का नतीजा कांग्रेस को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाने में मददगार साबित होगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि हिमाचल और कर्नाटक में जीत के पीछे कांग्रेस की एकजुटता बड़ी वजह रही है. यानी उत्तराखंड कांग्रेस को भी सत्तारूढ़ बीजेपी से मुकाबले में एकजुटता दिखाने की जरूरत होगी. कर्नाटक नतीजे के बाद स्वाभाविक है कि कांग्रेसी उत्तराखंड में भी उत्साहित हैं. कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है. बीजेपी दो राज्यों में चुनाव हारने के बाद गंभीर होने का दावा कर रही है. वरिष्ठ नेता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि है कि उत्तराखंड में कांग्रेस को जनता नकार चुकी है. ना तो कांग्रेस में कभी एकजुटता थी और ना कभी हो सकती है.
उत्तराखंड में मिशन 2024 से पहले दो चुनाव करेंगे साफ
बीजेपी कांग्रेस की एकजुटता को चुनौती नहीं मान रही है. बागेश्वर विधानसभा की सीट पर होने जा रहे उपचुनाव और नगर निकाय के चुनाव की दोनों पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है. पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने सभी 17 नगर निगमों में कांग्रेस को करारी शिकस्त दी है. हालांकि कांग्रेस का मानना है कि इस बार के निकाय चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने जा रही है. हिमाचल के बाद कर्नाटक चुनाव में मिली जीत ने कांग्रेस को उत्साह से भर दिया है. लेकिन उत्तराखंड में 2017 और 2022 की हार को देखकर लगता है कि सत्तारूढ़ बीजेपी को कड़ी टक्कर देना आसान भी नहीं होगा. इतना जरूर है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बागेश्वर का उपचुनाव और नगर निकाय का चुनाव बहुत हद तक स्थिति को साफ कर देगा.