Kasganj: इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर आज 3 महीने 6 दिन बाद अल्ताफ के पार्थिव शरीर को वीडियो ग्राफी कराकर कब्र से खोदकर निकाला गया और दिल्ली में एम्स अस्पताल में भेजा गया. जहां एम्स के डॉक्टर दुबारा अल्ताफ का पोस्टमार्टम करेंगे. अल्ताफ की कासगंज जनपद की कासगंज कोतवाली में 9 नवंबर 2021 को पुलिस हिरासत में मौत हो गयी थी. अल्ताफ के पिता ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, उसी याचिका में ये आदेश दिया गया था.
कासगंज जनपद की कासगंज कोतवाली में पुलिस हिरासत में हुई. अल्ताफ की मौत का राज अब खुलने की उम्मीद बढ़ गयी है. हाईकोर्ट के आदेश पर आज कब्र से अल्ताफ के शव को खोदकर दुबारा पोस्टमार्टम के लिए दिल्ली एम्स में भेजा गया है. पिछले कई दिनों से अल्ताफ की कब्र की सुरक्षा में पुलिस तैनात की गई थी. कासगंज में अल्ताफ की पुलिस हिरासत में मौत का मामला फिर गरमा गया है. आज दिन में 3.30 बजे के लगभग एसपी कासगंज रोहन प्रमोद बोत्रे की मौजूदगी में कब्र से खोदकर अल्ताफ के शव को निकाला गया और ताबूत में रखकर एक एम्बुलेंस से एम्स अस्पताल नई दिल्ली को एम्स के डॉक्टरो द्वारा दुबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजा गया. शव को खोदकर निकालने की और पोस्टमार्टम के लिए दिल्ली को एम्स में भेजने की पूरी वीडियोग्राफी पुलिस द्वारा की गई.
हाईकोर्ट के आदेश पर हुआ पोस्टमार्टम
आज तीन महीने बाद हाईकोर्ट इलाहाबाद के आदेश पर दुबारा पोस्टमार्टम के लिए कब्र से खोदकर अल्ताफ का शव निकाला गया. इस अवसर पर अल्ताफ के पिता और अन्य परिजन भी मौजूद थे. दिन के 3.30 बजे के लगभग कासगंज में कब्रिस्तान से शव खोदकर दिल्ली एम्स अस्पताल में दुबारा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. आज शव को कब्र से खोदकर निकालते समय अल्ताफ के पिता चांद मियां को कब्रिस्तान में मौजूद रहने के लिए कासगंज पुलिस ने नोटिस भेजा था.
8 नवंबर 2021 को कासगंज थाना पुलिस ने अहिरौली गांव से अल्ताफ को एक लड़की को भगाने के आरोप में उसके घर से उठाया था. बाद में लड़की ने अपने धारा 164 के बयान में कहा था कि मुझे शादी का झांसा देकर अल्ताफ संबंध बनाने लगा. जब शादी के लिए टालमटोल करने लगा तो मैंने उसके घर वालों से मिलने की इच्छा जाहिर की. जब अल्ताफ मुझे अपने घर लेकर गया तो वहां अल्ताफ के पिता चांद मियां, मां और भाई थे. मैंने उनसे कहा कि मुझे अल्ताफ से शादी करनी है तो उन्होंने मुझसे कहा कि शादी से पहले मुझे मुस्लिम धर्म अपनाना होगा. मैंने कन्वर्जन के लिए मना कर दिया.
पुलिस हिरासत में हुई थी अल्ताफ की मौत
कासगंज जनपद में 9 नवंबर 2021 को कासगंज थाने में पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत हो गयी थी और इस मामले में हाई कोर्ट इलाहाबाद ने 10 दिन के अंदर अल्ताफ के शव को कब्र से निकालकर दुबारा पोस्ट मार्टम कराने का कासगंज पुलिस को आदेश 10 फरवरी को दिया था. एम्स के डॉक्टर्स की टीम के द्वारा वीडियो ग्राफी में अल्ताफ का दुबारा पोस्ट मार्टम करवाने का आदेश हाई कोर्ट ने दिया था. पुलिस के अनुसार अल्ताफ ने थाने के टॉयलेट की टोंटी से जैकेट की डोरी से लटककर फांसी लगा ली थी, जबकि परिजनों ने पुलिस हिरासत में अल्ताफ की पीट पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया था.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश
इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्रा और दीपक वर्मा की खंड पीठ ने अल्ताफ के पिता की याचिका की सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया था. अल्ताफ की दोबारा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के संबंध में हाईकोर्ट ने दिशा निर्देश जारी किए हैं. हाई कोर्ट के निर्देश के बाद अब अल्ताफ के पिता चांद मियां और मां फातिमा को न्याय की आस जगी है. इस मामले में अल्ताफ के पिता चांद मिया की तहरीर पर 13 नवंबर 2021 को कासगंज थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज हुआ था और तीन पुलिस कर्मी ससपेंड और 5 लाइन हाजिर किये गए थे. कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश के तहत अल्ताफ के शव को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए दिल्ली एम्स अस्पताल भेजा गया है. अल्ताफ के पिता चांद मिया ने कहा कि अब उनको न्याय की आस जगी है. उंन्होने एम्स के डॉक्टरों से न्याय मिलने की उम्मीद जताई है.
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