UP News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ब्रज प्रदेश अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी (Rajnikant Maheshwari) को पत्र भेजकर एक करोड़ रुपये फिरौती मांगने के मामले में पुलिस आरोपी आस मोहम्मद को गिरफ्तार किया है जो इस पूरे फिरौती कांड का मास्टरमाइंड भी है. आरोपी ने बीजेपी नेता को फिरौती न भेजने के पर उन्हें बम से उड़ाने की धमकी दी थी. जिसके बाद रजनीकांत माहेश्वरी ने कासगंज (Kasganj) सदर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी.
एसपी सौरभ दीक्षित के मुताबिक बीजेपी ब्रज प्रदेश अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी को उनके कासगंज स्थित आवास पर रजिस्टर्ड डाक द्वारा एक चिट्टी मिली थी. इस चिट्ठी में उनसे 1 करोड़ रुपये की मांग की गई थी. पत्र भेजने वाले ने 1 करोड़ रुपये जनपद एटा और कासगंज के सीमा पर बसे ओनघाट स्थित पुल पर मंगाए थे. पैसे ना भेजने के एवज में उन्हें बम से उड़ाने की धमकी दी थी, जिसके बाद रजनीकांत माहेश्वरी ने कासगंज सदर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई.
रंगदारी न दने पर बम से उड़ाने की धमकी
पुलिस ने जब इस मामले की जांच करते हुए पत्र में लिखे नाम और नंबर पर संपर्क किया. नंबर रिसीव ना होने पर जब ट्रेस किया गया तो ये नंबर कासगंज जनपद के सिढपुरा कोतवाली इलाके का निकला. जिसके बाद पुलिस ने शाकिर को गिरफ्तार कर लिया. शाकिर से जब पूछताछ की गई तो उसने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष से चल रहे विवाद के बारे में बताया. पुलिस ने कहा कि शाकिर के बताने के बाद दूसरी टीमें रजिस्टर्ड डाक को भेजने वाले डाकखाने की तलाश में जुट गईं जो एटा जिला अधिकारी कार्यालय का निकला.
दामाद को फंसाने के लिए रचा कांड
शाकिर के ससुर आस मोहम्मद ने एटा डाकघर से अपने दामाद के नाम से रजिस्टर्ड चिट्ठी भाजपा बस ब्रज प्रदेश अध्यक्ष के पते पर भेज दी ताकि वो रंगदारी के मामले में जेल चला जाए और वो अपनी बेटी को परेशान करने का बदला उससे ले सके, लेकिन आस मोहम्मद के मंसूबों पर एटा जिला अधिकारी कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों ने पानी फेर दिया. जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो इस चिट्ठी को आस मोहम्मद को भेजते हुए पाया गया. सीसीटीवी फुटेज हाथ लगते ही पुलिस और एसओजी की टीम ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक आस मोहम्मद के खिलाफ कासगंज कोतवाली में दर्ज मुकदमे की सुसंगत धाराओं में जेल भेज दिया गया है.
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