UP News: कासगंज कोतवाली के टॉयलेट में आठ नवंबर 2021 को एक युवक अल्ताफ की संदिग्ध मौत के मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद मंगलवार को रीक्रिएशन की कार्रवाई की जानी थी. लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते यह कार्रवाई नहीं हो सकी. अल्ताफ के परिजन तय समय के मुताबिक तीन बजे कोतवाली पहुंच गए. विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी पहुंच गई. लेकिन इस प्रकरण की निगरानी कर रहे सीओ आरके तिवारी की लापरवाही के चलते यह रीक्रिएशन आज टाल दिया गया. लिहाजा रोजा इफ्तार से कुछ मिनट पहले ही अल्ताफ के परिजन वापस घर पहुंचे. तब जाकर उन्होंने रोजा इफ्तार किया.


क्या है मामला
गौरतलब है कि कासगंज में अल्ताफ नामक युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि इस युवक ने खुदकुशी की है. मृतक के परिजन का आरोप है कि पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने की वजह से उसकी मौत हुई है. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया. जिसके बाद इस मामले में हाईकोर्ट ने आदेश दिया था. आदेश के बाद मामले में रीक्रिएश नकी की कार्रवाई की जानी थी. 


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पिता ने लगाया था आरोप
तहरीर में अल्ताफ के पिता ने लिखा कि आठ नवंबर 2021 की रात कोतवाली पुलिस उनके घर पहुंची. अल्ताफ से पूछताछ का हवाला देकर कोतवाली ले गई. कोतवाली में अज्ञात पुलिसकर्मियों ने बेटे के साथ जमकर मारपीट की और उसे मार डाला. वहीं बताया जा रहा है कि इस संदिग्ध मौक के मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद रीक्रिएशन की कार्रवाई की जानी थी. लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते ये रिक्रिएशन की कार्रवाई नहीं हो सकी. सूचना के मुताबिक मौके पर तीन बजे तक अल्ताफ के परिजन और विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी पहुंच गई. लेकिन इस प्रकरण की निगरानी कर रहे सीओ आर के तिवारी की लापरवाही के चलते आज रिक्रिएशन की कार्रवाई को टाल दिया गया है. 


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