UP Assembly Election 2022: कासगंज जिले की सदर विधानसभा (Kasganj Sadar Assembly Seat), अमांपुर और पटियाली विधानसभा के प्रत्याशियों में कांटे का मुकाबला है. मतदान के आखिरी वक्त तक सभी प्रत्याशी अपनी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाए रहे. एक दूसरे के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिशें भी अंतिम वक्त तक जारी रहीं. जिले के 10,32,979 मतदाता तीनों विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे 37 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. किसके सिर जीत का सहरा बंधेगा. मतदान खत्म होने तक मतदाता सुनिश्चित कर चुके होंगे. तीनों ही विधानसभा क्षेत्रों में रोचक मुकाबले के आसार हैं.
कासगंज विधानसभा-
बीजेपी-सपा के सीधे मुकाबले में बसपा और कांग्रेस ने अड़ाई टांग
लोधी बाहुल्य कासगंज विधानसभा क्षेत्र में 2017 और 2022 के चुनाव में अंतर साफ नजर आ रहा है. इस बार प्रत्याशियों के बीच रोचक मुकाबले के आसार बने हुए हैं. बीजेपी प्रत्याशी विधायक देवेंद्र राजपूत और सपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री मानपाल सिंह दोनों ही लोधी जाति से हैं और दोनों के बीच सीधा मुकाबला है. इस चुनाव में बसपा के प्रत्याशी मोहम्मद आरिफ और कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप पांडे ने इस सीधे मुकाबले में अपनी टांग अड़ा दी है. जिससे कड़े संघर्ष की स्थिति प्रत्याशियों के सामने है और उनकी निगाह एक एक वोट पर लगी है.
क्षेत्रीय लोग मानते हैं कि इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी पूरी दमखम के साथ चुनाव मैदान में हैं. 2017 के चुनाव में कांग्रेस का कोई प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं था. गठबंधन के कारण महानदल का प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहा. इस बार महानदल और रालोद सपा के साथ हैं. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी बिना गठबंधन के चुनाव मैदान में हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. मतदान में किसका पलड़ा भारी रहता है यह मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा.
कुल मतदाता - 3,63,800
पुरूष मतदाता - 1,93,828
महिला मतदाता - 1,69,843
अन्य मतदाता - 09
अमांपुर विधानसभा-
मुकाबले में उतरे नए चेहरों में कौन बनेगा पसंद, कड़ी टक्कर
अमांपुर विधानसभा का चुनाव वर्ष 2017 के मुकाबले काफी बदला हुआ है. यह बदलाव सभी दलों के प्रत्याशियों के नए चेहरे होने के कारण है. किसी भी दल ने पुराने प्रत्याशी को चुनाव मैदान में नहीं उतारा है. प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला है. इस कड़े मुकाबले में बीजेपी, सपा के सीधे मुकाबले में बसपा मजबूती से उभर कर सामने आ रही है. बीजेपी ने हरिओम वर्मा को प्रत्याशी बनाया है तो सपा ने सत्यभान शाक्य को. बसपा ने मोहनपुर नगर पंचायत के चेयरमैन सुभाष शाक्य को प्रत्याशी बनाया है. 2017 में कांग्रेस ने महानदल के साथ चुनाव लड़ा.
इस बार कांग्रेस अकेले चुनाव मैदान में है. पार्टी से दिव्या शर्मा चुनाव लड़ रही हैं. जबकि महानदल सपा के साथ में हैं. सभी नए चेहरे होने के कारण मतदाताओं के बीच अपनी अपनी पसंद है. कौन प्रत्याशी मतदाताओं की पसंद की बरीयता हांसिल करेगा यह बाद में स्पष्ट होगा, लेकिन सभी प्रत्याशी जी जान से एक एक वोट की प्रतिस्पर्धा में जुटे हैं. यह विधानसभा क्षेत्र भी लोधी बाहुल्य है.
कुल मतदाता - 3,10,574
पुरूष मतदाता - 1,66,503
महिला मतदाता - 1,44,051
अन्य मतदाता - 20
पटियाली विधानसभा-
वर्ष 2017 के मुकाबले इस बार पटियाली विधान सभा में समीकरण बदले हुए हैं. इन बदले हुए समीकरण में विधान सभा सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष के हालात सामने आ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने विधायक ममतेश शाक्य को ही फिर प्रत्याशी बनाया है, जबकि समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी बदला है. मुस्लिम बाहुलता के आधार पर यहां नादिरा सुल्तान को चुनाव में उतारा है. बहुजन समाज पार्टी ने प्रो. नीरज मिश्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है. विधान सभा क्षेत्र में कुल 14 प्रत्याशी हैं.
सबसे अहम बात यह है कि बसपा के प्रो. नीरज किशोर मिश्रा चुनाव की अधिसूचना से काफी पहले ही प्रत्याशी घोषित हो गए. जिससे मतदाताओं के बीच रहने का उन्हें अधिक मौका मिला. बीजेपी और सपा ने ऐन वक्त पर ही अपने प्रत्याशी घोषित किये. पटियाली विधान सभा में मुकाबला काफी रोचक है. 2017 में कांग्रेस महादल के साथ गठबंधन में लड़ी, जिससे महानदल से प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहा.
इस बार कांग्रेस ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी के रूप में इमरान को चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि महानदल सपा के साथ है. इस चुनाव में बीजेपी को छोड़कर सभी प्रत्याशियों में बदलाव के कारण हर किसी की चुनावी राह चुनौती पूर्ण है. मतदाताओं का आर्शीवाद किसे मिलेगा यह आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन मुकाबला कड़ा बना हुआ है.
कुल मतदाता - 3,58,725
पुरूष मतदाता - 1,91,402
महिला मतदाता - 1,67,301
अन्य मतदाता - 22
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