(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
विदेशी विश्वविद्यालय से जुड़ेगा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद संभाली कमान
Kashi News : काशी का संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय अब बदलेगा विश्वविद्यालय का होने वाला है कायाकल्प, यह विश्वविद्यालय काशी की प्राचीन धरोहर भी है खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी कमान संभाली हैं.
Sampurnanand Sanskrit University: आचार्य वेद की पढ़ाई के लिए वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में शहर के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में छात्र पढ़ने के लिए आते हैं. अब इस विश्वविद्यालय का कायाकल्प होने वाला है. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भी इस विरासत और पठन-पाठन को प्राचीनतम और नवीनतम आधार के बेहतर तालमेल की मदद से संवारा जाएगा. काशी के इस संस्कृत शिक्षा के सबसे बड़े केंद्र के लिए खुद प्रधानमंत्री मोदी प्रतिबद्धता दिखाते नजर आ रहे हैं.प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दुनिया के बड़े देशों के विश्वविद्यालय से संपूर्णानंद का MOU हस्ताक्षर भी हों चुका है जिसके माध्यम से विश्वविद्यालय के छात्रों को सर्वोच्च शिक्षा और शोध का बेहतरीन अवसर प्राप्त होगा.
"संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को मिलेगी अब नई दिशा"
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि - संस्कृत वेद के पठन-पाठन का सबसे बड़ा केंद्र होने के साथ-साथ यह विश्वविद्यालय काशी की प्राचीन धरोहर भी है.परिसर को स्वच्छ,सुंदर और पठन-पाठन के अनुकूल बनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार तत्पर है. इसके अलावा स्पेन, मॉरीशस, म्यांमार सहित आधा दर्जन देशों के विश्वविद्यालय से जुड़कर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय शिक्षा और शोध जैसे क्षेत्रों में छात्रों के लिए और बेहतर अवसर उपलब्ध कराने पर प्राथमिकता दे रहा है. अनेक कार्यक्रम के सिलसिले में परिसर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री का भी आगमन हो चुका है और उन्होंने परिसर में भी भ्रमण किया है.उनकी भी इच्छा है कि इस विरासत को खूबसूरती से संवारने के साथ-साथ संस्कृत शिक्षा कों पढ़ने के लिए एक बेहतर अवसर छात्रों को प्रदान किया जा सके.यह विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए भी हर्ष का विषय है कि आने वाले समय में इस शिक्षा के केंद्र को एक नई ऊंचाई मिलेगी. छात्रों के लिए संस्कृत से जुड़े अलग-अलग कोर्स, पुस्तकालय भवन में रखी गई पांडुलिपियां और प्राचीनतम आधुनिकता के संगम के साथ-साथ एक सरल माध्यम से छात्रों को संस्कृत की शिक्षा उपलब्ध कराना प्रमुख उद्देश्य है.
" उत्तर प्रदेश मुख्य सचिव से हुईं कुलपति की मुलाकात "
बीते दिनों काशी दौरे पर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा भी अचानक संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात विश्वविद्यालय के कुलपति से हुई. इस मुलाकात को लेकर भी कई कयास लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी खुद काशी आगमन पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुछ क्षेत्रों का भ्रमण कर चुके हैं. विश्वविद्यालय की हरियाली, प्राचीन विरासत और संस्कृत के पठन-पाठन के माहौल से वह काफी प्रभावित रहे हैं.ऐसे में देखना होगा कि प्रधानमंत्री मोदी के दिशा निर्देश पर आने वाले समय में इस संस्कृत विश्वविद्यालय में क्या कुछ नई और आधुनिक व्यवस्थाएं देखने को मिलती है.
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