Uttar Pradesh News Today: संगीत सोम के बयान पर काशी विद्वत परिषद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. काशी विद्वत परिषद ने कहा कि भगवान और सनातन धर्म के विषय में कुछ भी बोलने से पहले व्यक्ति को विचार करना चाहिए. काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि भगवान किसी विशेष जाति वर्ग से नहीं बल्कि सभी समाज को आशीर्वाद प्रदान करने और उसके जीवन को सही दिशा प्रदान करने के लिए पहचाने जाते हैं.
संगीत सोम ने क्या कहा?
बीजेपी नेता संगीत सोमन कहा है कि एक दो को छोड़कर भगवान राम सहित सभी भगवान ने क्षत्रिय मां की कोख से जन्म लिया है. इसको लेकर एबीपी न्यूज से काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने नाराजगी जताई है.
काशी विद्वत परिषद ने दी ये सलाह
प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि हमें लगता है कि संवैधानिक पद पर बैठे हुए किसी भी व्यक्ति और राजनेता को ऐसा बिल्कुल भी विचार नहीं करना चाहिए कि भगवान किसी जाति विशेष से जुड़े हैं. उन्होंने कहा, "भगवान सभी वर्ग और समाज को सही दिशा दिखाने और आशीर्वाद प्रदान करते हैं."
काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा, "भगवान सर्व समाज के लिए अवतार लेते हैं. संविधान में सभी को बोलने का अधिकार है लेकिन धर्म विशेष की बातों पर बोलने से पहले खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए. जाति विशेष को लेकर ऐसी बात अगर बोली जाती है तो बवंडर आ जाएगा."
'धर्म पर बोलने पहले करें विचार'
काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री से जब से जब पूछा गया किया कि क्या सनातन धर्म के विषय पर बोलने को लेकर अब एक दिशा निर्देश तय होना चाहिए? इस पर प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि निश्चित ही किसी भी संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति की एक गरिमा होनी चाहिए.
प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा, "सनातन धर्म के विषय में इस प्रकार के बयान बिल्कुल उचित नहीं हैं और कभी स्वीकार नहीं किए जाएंगे." उन्होंने आगे कहा, "हमारा उन राजनेताओं से कहना है कि धर्म विशेष के मामलों में बोलने से पहले विचार करना चाहिए."
'ऐसे बयान से समाज का नुकसान'
काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा, "हमारा भारत विविधताओं वाला देश है, यहां पर सबकी अपनी-अपनी संस्कृति और विरासत है. ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान से हमारे समाज का नुकसान होगा. काशी विद्वत परिषद की तरफ से विवादित बयान को लेकर गाइडलाइन जारी करने के भी संकेत दिए गए हैं."
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