Devkinandan Thakur News: कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर द्वारा सनातन बोर्ड के गठन की मांग को और तेज कर दिया गया है. इन दिनों वह वाराणसी में है लेकिन अब काशी विद्वत परिषद सहित अन्य प्रमुख संगठनों ने उनकी मांग को दूसरे बोर्ड की नकल करना और निजी स्वार्थ के तहत उठाया गया मुद्दा बताया है. उनका कहना है कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए आज सनातन संस्कृति खुद सक्षम है. अगर कोई आवश्यकता पड़ती है तो सनातन धर्म से जुड़े हुए प्रमुख संगठन और शंकराचार्य मिलकर इस पर निर्णय लेंगे. ऐसे किसी भी प्रकार के बोर्ड के गठन की आवश्यकता नहीं है और ना ही हम इसके पक्ष में हैं .


देवकीनंदन ठाकुर द्वारा सनातन बोर्ड के गठन की मांग को लेकर जब एबीपी न्यूज ने काशी विद्वत परिषद से बातचीत की तो उनका कहना है कि, किसी भी विषय वस्तु को हम नकल करके नहीं कर सकते हैं. कुछ बोर्ड बने हुए हैं, उन बोर्ड का नकल करके अगर हम बोर्ड बना देंगे तो क्या होने वाला है. हमारे यहां पहले से ही सनातन संस्थाएं कार्य कर रहीं हैं.  हमारे यहां शंकराचार्य की परंपरा है. सनातन संस्कृति से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं हैं,  जो हिंदुओं को सनातन संस्था के प्रति जागृत करती हैं. 


काशी विद्वत परिषद ने कहा कि, अगर कुछ व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए हमें आवश्यकता पड़ती है तो शंकराचार्य, अखाड़ा परिषद, काशी विद्वत परिषद, संत समिति जैसे सनातन संस्कृति से जुड़े संगठनों से विचार विमर्श करके फैसला लिया जा सकता है, लेकिन उसका समाधान कभी भी सनातन बोर्ड का गठन नहीं हो सकता. कोई भी व्यक्ति कुछ भी कह दे कि हम बोर्ड बना देंगे यह सनातन नहीं है. उन्हें चिंतन मनन करना चाहिए और हम सनातन संस्कृति से जुड़े हुए संगठन संस्कृति से जुड़े हुए किसी भी समस्या के समाधान के लिए विचार कर रहे हैं. इस महाकुंभ में इस विषय पर अखाड़ा परिषद, काशी विद्वत परिषद आचार्य महामंडलेश्वर और शंकराचार्य के साथ विचार विमर्श होगा. 


"हम लोगों से कोई विचार विमर्श नहीं किया गया"
प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि, काशी विद्वत परिषद, अखाड़ा परिषद, संत समिति और शंकराचार्य से कभी इस विषय पर उनके द्वारा विचार विमर्श नहीं किया गया. हम कोई भी निजी हित के तहत विषयों पर निर्णय लेने के इच्छुक नहीं है. हमारा स्पष्ट मनाना है कि पहले आप प्रारूप लाइए, ऐसे कोई चीजों को नकल करके हम नहीं ला सकते. हमारे यहाँ पहले से ही सनातन धर्म की संस्थाएं, सनातन धर्म को जागृत करने की विचारधाराओं को लेकर कार्य कर रही है. अन्य कोई व्यक्तिगत लाभ के पक्ष में हम नहीं हैं.