Kashi Vishwanath: काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का तांता, बाबा के दरबार में 31 मार्च को पहुंचे लाखों श्रद्धालु
Kashi Vishwanath Temple News: देश का सबसे बड़ा शिव धाम काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में चढ़ावा अर्पित किया है. बाबा के दरबार में 58.51 करोड़ चढ़ावा अर्पित किया गया है.
Kashi Vishwanath Temple News Today: काशी विश्वनाथ मंदिर में 2021 दिसंबर के बाद रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं और हर महीने पुराने रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए यह परिसर हर दिन नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. एक बार फिर मंदिर प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार नॉन फेस्टिवल सीजन में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. 31 मार्च 2024 को 636975 श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया. यह नॉन फेस्टिवल में काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का सर्वाधिक आंकड़ा है.
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. चिलचिलाती धूप और प्रचंड गर्मी में भी काशी विश्वनाथ मंदिर के अलग-अलग द्वार पर लंबी कतार में श्रद्धालु लगकर दर्शन कर रहे हैं और यही वजह है कि श्रद्धालुओं का आंकड़ा हर पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है.
काशी विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालु
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार बीते 2023 साल में प्रमुख पर्व (अगस्त श्रावण मास में) काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने वाले शिव भक्तों का आंकड़ा 9562206 रहा. जबकि इस वर्ष 2024 मार्च महीने जैसे नॉन फेस्टिवल सीजन में भी दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 9563432 दर्ज किया गया है . यह आंकड़ा बताता हैं कि देशभर से श्रद्धालु रिकॉर्ड संख्या में काशी विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं.
" बाबा विश्वनाथ को रिकॉर्ड चढ़ावा "
देश का सबसे बड़ा शिव धाम काशी विश्वनाथ धाम में देशभर से श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में चढ़ावा अर्पित किया है. बीते दिनों मंदिर प्रशासन की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार 2022-23 वित्तीय वर्ष में तकरीबन 200 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. अगर चढ़ावे की बात कर ले तो बाबा के दरबार में रिकॉर्ड 58.51 करोड़ चढ़ावा अर्पित किया गया है. इसके अलावा 27 महीने में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंच चुके हैं, जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है.