Uttarakhand News: आज से कुछ वर्ष पूर्व तक नशे की तस्करी के साथ ही अन्य समाज विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता पुरुषों तक ही सीमित थी, लेकिन अब नशे के इस घिनौने कारोबार को महिलाएं भी अंजाम देने लगी हैं. देवभूमि उत्तराखंड भी नशे के सौदागरों की गिरफ्त में है. भले ही उत्तराखंड पुलिस इनके सिडिकेट को तोड़ने व नशे के इन सौदागरों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने की मुहिम में जुटी है. बाबजूद इसके नशे का यह कारोबार कम नहीं हो रहा है. अब इस कारोबार को महिला तस्कर भी खुलेआम अंजाम देने लगी हैं.
कई बार हो चुकी है गिरफ्तार
काशीपुर में पुलिस ने शातिर अंतरराज्यीय नशा तस्कर रेशमा को गिरफ्तार किया है. इस पर पुलिस ने 15000 रुपये का इनाम घोषित किया था. काशीपुर के मोहल्ला पुष्प बिहार कालोनी की रहने वाली रेशमा का वर्ष 2016 में पहली बार नशे के व्यापार में तब नाम सामने आया जब काशीपुर पुलिस ने वर्ष 2016 में स्मैक के साथ उसे गिरफ्तार किया. जेल से बाहर आने के बाद रेशमा फिर से नशे के इस व्यापार से जुड़ गई. इसके बाद 2017 में दो बार रेशमा की गिरफ्तारी काशीपुर पुलिस के द्वारा भारी मात्रा में स्मैक की बरामदगी के साथ की गई.
रेशमा कई बार एनडीपीएस में जेल जाने के बाद भी इस नशे के कारोबार का मोह नहीं छोड़ पाई. वर्ष 2019 में एक बार फिर रेशमा को काशीपुर पुलिस ने नशे की खेंप के साथ गिरफ्तार किया. इस बार काशीपुर पुलिस ने रेशमा पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की. बाबजूद जेल से रिहा होने के बाद रेशमा इस घिनौने कारोबार में जुट गई तो फिर काशीपुर पुलिस ने उसे 2021 में नशे की सप्लाई देते हुए दबोच लिया. छह वर्ष पूर्व नशे की तस्करी के इस व्यापार में कदम रखने वाली रेशमा आज नशे की बड़ी सौदागर बन चुकी है.
पुलिस ने क्या बताया
पुलिस के अनुसार अब वह अंतरराज्यीय शातिर स्मैक तस्कर के रूप में बरेली के फतेह गंज से इस कारोबार को उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के साथ ही यूपी में चला रही है. रेशमा ने इस गन्दे कारोबार को अंजाम देने के लिये एक गिरोह बनाया जिसके सदस्यों के खिलाफ उत्तराखंड के विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं. काशीपुर थाने में दर्ज एक मुकदमे में वांछित होने के कारण रेशमा पर एसएसपी उधम सिंह नगर द्वारा 15 हजार का इनाम घोषित किया गया था, जिसके बाद रेशमा पुलिस की गिरफ्त से बचते हुए फरार चल रही थी.
सूचना मिली कि पुलभट्टा के पास बहेड़ी रोड पर वह मौजूद है तो पुलिस ने घेराबंदी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार वर्ष 2021 में एक मुकदमे में फरार चल रही रेशमा ने एक संगठित गिरोह बनाकर नशे का व्यापार शुरू कर दिया है. अब पुलिस इस गिरोह को चिन्हित करने के साथ ही रेशमा की अर्जित सम्पत्ति को सीज करने की तैयारी कर रही है.