एबीपी गंगा। 250 करोड़ स्मार्टफोन्स पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ये खतरा मैलवेयर (malware) का है, जो कुछ वक्त से एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स (android smartphones) पर मंडरा रहा है। कैस्पर्सकी (Kaspersky) टीम अब ऐसे मैलवेयर का पता लगाया है, जो खतरा बनकर 250 करोड़ स्मार्टफोन्स पर मंडरा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, एप्स के जरिए xHelper नाम का वायरस आपके फोन में घुस जाता है, जो खुद को Trojan-Dropper.AndroidOD.Helper.h के रूप में दर्शाता है। ये दावा करता है कि ये आपको फोन को क्लीन कर देगा और इसकी प्रोसेसिंग को भी फास्ट कर देगा।
जब आप इसे डाउनलोड करते हैं, तो ये आपको फोन पर मैलिशियस सॉफ्टवेयर ‘rojan-Downloader.AndroidOS.Leech.p’ डाउनलोड कर देता है, जो कि एक तरह का वायरस है। मैलिशियस सॉफ्टवेयर डाउनलोड के बाद ये Leech.p फोन में ‘HEUR:Trojan.AndroidOS.Triada.dd’ नाम का सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर देता है , जो आपके फोन की रूट एक्सेस की परमिशन दे देता है।
कैस्पर्सकी के अनुसार, ये रूट एक्सेस चीप चाइनीज फोन पर चले जाते हैं, जो एंड्रॉयड 6 या एंड्रॉयड 7 पर रन करते हैं। यहां पर चिंता वाली बात ये है कि इस सॉफ्टवेयर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती हैं और न ही इसे आप अपने फोन से डिलीट कर सकते हैं। किसी भी एंटीवायरस के लिए इसे ठीक करना काफी मुश्किल हो जाता है।
सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने भी मैलवेयर को आपके फोन के लिए बेहद खतरनाक बताया है। ये चोरी से इंस्टॉल हो जाता है और फिर ऐप में मौजूद यूजर के सभी डाटा का एक्सेस ले लेता है। इतना ही नहीं, जब भी कोई यूजर मैलवेयर या फिर इस ऐप को अनइंस्टॉल करने का प्रयास करता है, तो ये जो डिलीट शो तो करेगा, लेकिन थोड़ी देर में ही फिर से ऑटोमैटिकली इंस्टॉल हो जाता है।
हालांकि, इस हटाने का तरीका साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने बताया है
- एंड्रॉयड फोन में रिकवरी मोड सेटअप में जाएं
- ओरिजनल फर्मवेयर से libc.so फाइल को बाहर निकालकर इंफेक्टेड फाइल से रिप्लेस कर दें
- सिस्टम पार्टिशन से सभी मैलवेयर को हटाने से पहले आपको ये प्रोसेस करना होगा।
यह भी पढ़ें:
ऐसे घर बैठे पता लगाएं PF Account में कितना है बैलेंस; अपनाएं ये आसान तरीका