UP News: फ्री फायर गेम की ऐसी लत! लाखों के जेवर, टैबलेट-मोबाइल लेकर फरार हुआ 13 साल का बच्चा, जानें- फिर क्या हुआ?
Kaushambi News: कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र के रहने वाले शिवांगिनी सिंह का 13 साल बेटा फ्री फायर गेम खेलने का आदि हो गया था. गेम खेलने से उसे कोई मना करता था तो वह विवाद भी करता था.
UP Free Fire Game News: उत्तर प्रदेश के कौशांबी (Kaushambi) में एक अजीब-ओ-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक 13 साल के बच्चे के सिर पर फ्री फायर गेम की दीवानगी ऐसी चढ़ी कि वह घर से 40 हजार नकदी, टैबलेट, मोबाइल सहित 10 लाख के जेवरात लेकर लगभग 15 दिन पहले कर्नाटक के बेंगलुरु शहर भाग गया. बच्चे के लापता होने की जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होंने इलाकाई पुलिस को तहरीर दी. पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी.
सर्विलांस और साइबर सेल टीम की मदद से बच्चे को बेंगलुरु शहर से जेवरात, टैबलेट, मोबाइल के साथ बरामद किया गया. पूछताछ में बच्चे ने बताया कि उसे फ्री फायर गेम खेलना बहुत ही ज्यादा पसंद है. घर के लोग गेम खेलने के लिए उसे मना करते थे. गेम को अनलॉक करने के लिए पैसे की जरूरत होती है. इसी दौरान उसे इंटरनेट पर पता चला कि बेंगलुरु शहर में आईटी सेंटर है, जहां पर उसे गेम खेलने से कोई नहीं रोकेगा. नए-नए गेम खेलने को भी मिलेंगे. इसकी वजह से वह 13 मई को घर से भाग गया था. बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर काफी दिन तक भटकता रहा. बच्चे के मिलने से परिजन काफी खुश हैं.
चिड़चिड़ा हो गया था बच्चा
पिपरी थाना क्षेत्र के तिल्हापुर मोड़ निवासी शिवांगिनी सिंह का 13 साल बेटा फ्री फायर गेम खेलने का आदि हो गया था. गेम खेलने से उसे कोई मना करता था तो वह विवाद भी करता था. परिजनों की रोक टोट की वजह से वह काफी चिड़चिड़ा हो गया था. गेम को और हाईटेक करने के लिए अनलॉक करना होता था और अनलॉक करने के लिए पैसे की जरूरत होती थी लेकिन उसे पैसा नहीं मिल पाता था. इसकी वजह से वह काफी परेशान हो गया था.
इसी दौरान उसे इंटरनेट से पता चला कि कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में कई आईटी सेंटर हैं, जहां पर उसे नए-नए गेम खेलने को मिलेगा और कोई उसे गेम खेलने से रोकेगा भी नहीं. इस पर वह 13 मई को घर के नकदी, जेवरात, टेबलेट और मोबाइल लेकर फरार हो गया. महिला ने थाना में तहरीर देते हुए बताया कि उसका 13 साल बेटा घर से 40 हजार नकदी, 10 लाख के जेवरात, टेबलेट और मोबाइल लेकर कहीं चला गया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया.
पुलिस ने ली साइबर सेल टीम की मदद
इसके बाद पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव को भी प्रकरण की जानकारी दी. उन्होंने सर्विलांस और साइबर सेल टीम की मदद ली. टीम ने किशोर को कर्नाटक के बेंगलुरु स्टेशन से नकदी, जेवरात, टेबलेट और मोबाइल के साथ सकुशल बरामद किया. बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 13 मई को पिपरी थाना क्षेत्र से एक 13 साल के बच्चे के घर से कहीं चले जाने की सूचना मिली थी. साथ ही उसके घर वालों ने बताया कि मां का सारा जेवरात भी लेकर चला गया, जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये से अधिक की है. इसके अलावा टेबलेट और मोबाइल फोन ले गया है.
पुलिस अधीक्षक ने कहा यह घटना संवेदनशील थी, इसलिए इसमें अलग-अलग मेरे ओर से टीम गठित की गई थी और उस बच्चे को सोमवार को सकुशल कर्नाटक के बेंगलुरु से बरामद किया गया है. इस बच्चे से जब हम लोगों ने पूछताछ की तो उसने बताया फ्री फायर गेम है. उसको खेलने की लत लग गई थी और उसमें जो एडवांस स्टेज होता है, लॉक करने के लिए पैसे की जरूरत रहती है, इसलिए उसने घर से पूरा पैसा और जेवरात लेकर चला गया था. वहां जाकर रेलवे स्टेशन पर भटकता था, इसलिए गया था, क्योंकि इसको इंटरनेट से पता चला था कि बेंगलुरु आईटी सिटी है. यहां और भी ज्यादा गेम खेलने को मिलेगा और गेम के बारे में जानने वाले मिल जाएंगे. यह सोच कर चला गया था.
एसपी ने की लोगों से ये अपील
बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने आगे बताया कि फिलहाल बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से पेरेंट्स को यही सलाह देता हूं कि अपने बच्चों को कम उम्र में महंगे गैजेट से दूर रखें और उनकी गतिविधियों को ध्यान रखें. किस प्रकार का गेम खेल रहे हैं. गेम सेफ है कि नहीं और अगर लगातार सतर्क दृष्टि रखेंगे तो बच्चे इस तरीके से गुमराह होने से बचेंगे.
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