UP News: यूपी के कौशांबी (Kaushambi) में मिनी डेयरी के नाम पर 83 लोगों लोन लिया, जब बैंक ने उगाही करनी शुरू की तो नोटिस भेजने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया. इस बीच जांच में बैंक को पता चला कि लोगों ने फर्जी दस्तावेज के सहारे लोन लिया था. यह मामला कौशांबी के मंझनपुर का है और यह धोखाधड़ी बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ हुई है जिसे घपलेबाजों ने  2.83 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है. 


मंझनपुर की बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा से 26 सितंबर 2019 से 26 दिसंबर 2019 तक दिनेश डेयरी एंड आइस प्लांट के प्रोपराइटर राजेश साहू समेत 83 लोगों ने लोन लिया. इन लोगों ने मिनी डेयरी खोलने के लिए लोन लिया. सभी को एक लाख से लेकर साढ़ छह लाख तक का दिया गया था. विभाग के लोगों से सांठगांठ कर लोगों ने जानवरों का फर्जी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी बनवाया था और बीमा के भी नकली दस्तावेज दिए थे. दस्तावेज मिलने पर बैंक अधिकारियों ने फार्म के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद जब बैंक अधिकारी स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां डेयरी न देखकर उनके होश उड़ गए. न कोई डेयरी खोली गई और न ही कोई जानवर वहां मौजूद था.


बताया जा रहा है कि राजेश साहू ने लोगों को फर्जी दस्तावेजों के सहारे लोन लेने की सलाह दी थी. राजेश साहू के कहने पर ही 82 लोगों ने लोन लिया था. बैंक अधिकारियों की मानें तो कुछ लोगों ने अपनी मार्जिन मनी भी जमा की थी. जांच करने के बाद वर्ष 2021 में सभी खातों को डिफॉल्ट घोषित किया गया था. बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने मंझनपुर कोतवाली में धोखेबाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर भी दी थी. उनका आरोप है कि पुलिस ने तहरीर को नजरअंदाज कर दिया. इसके बाद अदालत का दरवाजा खटखटाया गया. अदालत के आदेश पर अब 83 लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. 


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