UP News: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya)  ने दीपावली (Deepawali) का त्योहार कौशांबी (Kaushambi) में कोरोना में अनाथ हो गए बच्चों और वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के साथ मनाई. वह सबसे पहले सयारा स्थित मां शीतला गेस्ट हाउस पहुंचे. वहां बच्चों से मुलाकात की और उन्हें मिठाई खिलाई. इसके बाद वह ओसा स्थित वृद्धा आश्रम पहुंचे. इसके बाद वह जिला कारागार पहुंचे. जहां पर बंदियों और कैदियों को मिठाई खिलाई.


वृद्धाश्रम में सुनी बुजुर्गों की शिकायत


डिप्टी सीएम केशव प्रसाद राजनीतिक व्यस्तता के कारण  21 साल बाद अपने परिवार के साथ दीपावली का त्योहार मनाने आए हुए थे. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा,' मुझे कई वर्षों के बाद आज कौशांबी यानी परिवार में आकर के दीपावली उत्सव मनाने का मौका मिला है. परिवार तो पूरा जनपद और पूरा प्रदेश है.' उन्होंने बताया कि वह कोरोना में माता-पिता खो चुके बच्चों से मुलाकात की. डिप्टी सीएम ने कहा, 'मैं वृद्ध आश्रम में आया हूं, यहां देख कर बहुत प्रसन्नता हुई. यहां जितने भी बड़- बुजुर्ग रह रहे हैं, वह काफी संतुष्ट हैं लेकिन दो-तीन ऐसे बुजुर्ग हैं, जिनको घर के बच्चों, बहुओं से शिकायत भी है. उसको देखने के लिए मैंने कहा है.'


दो दशक बाद कौशांबी में दिवाली मनाने की बताई यह वजह


वहीं पत्रकारों ने 21 वर्ष बाद परिवार के साथ दीपावली मानने को लेकर पूछा तो उन्होंने कहा, '14 वर्ष संगठन मंत्री के रूप में पूर्णकालिक कार्यकर्ता था. तब समाज के बीच में रहना होता था. कार्यकर्ताओं के बीच ही दीपावली-होली हर त्योहार होता था. इधर 6-7 वर्षों से राजनीतिक व्यस्तताएं थीं इसलिए नहीं आ पाया. इस बार समय निकल आया तो परिवार के साथ दीपावली मनाने आया हूं.'


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