UP News: यूपी के कौशांबी (Kaushambi) में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर घमासान मचा हुआ है. यहां पर नाराज जिला पंचायत सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ डीएम को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है. डीएम ने सदस्यों की हस्ताक्षर की जांच के लिए 22 अगस्त तिथि निर्धारित की है. मुख्य विकास अधिकारी (Chief Development Officer) अपने कार्यालय में सदस्यों के हस्ताक्षर की जांच करेंगे. मंझनपुर स्थित कलेक्ट्रेट में लगभग डेढ़ दर्जन जिला पंचायत सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ लामबंद होकर अविश्वास प्रस्ताव लेकर डीएम सुजीत कुमार के पास पहुंचे. उन्होंने बताया कि वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर उनके क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं करवा रही हैं.


अविश्वास प्रस्ताव लाने की गिनाई वजह


उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता विकास कार्य न होने पर सदस्यों से सवाल-जवाब कर रहे हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष विकास कराने के नाम पर शून्य साबित हो रहे हैं. ऐसे में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना बेहद ही जरूरी है. सदस्यों ने यह भी बताया कि उनके साथ 18 से 19 जिला पंचायत सदस्य हैं. कौशांबी में 26 जिला पंचायत सदस्य हैं. वर्तमान में सत्ता पक्ष यानी बीजेपी की कल्पना सोनकर जिला पंचायत अध्यक्ष हैं. इन्होंने एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है लेकिन इनके कार्यकाल से अधिकतर जिला पंचायत सदस्य नाराज हैं. जिला पंचायत सदस्यों का आरोप है कि अध्यक्ष मनमाने तरीके से विकास कार्य करवा रहे हैं.


विकास कार्य की गति धीमी होने से हैं परेशान


विकास कार्य की गति बहुत ही धीमी हैं, जिसके चलते क्षेत्र की जनता जिला पंचायत सदस्यों से सवाल-जवाब करती है. जिला पंचायत सदस्यों ने विकास कार्य न कराए जाने के बाबत अध्यक्ष से भी बात किया. आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष गैर जिम्मेदाराना तरीके से जवाब दे रहे हैं. इतना ही नहीं सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि अध्यक्ष अपने चहेते जिला पंचायत सदस्य एवं ठेकेदारों को विकास कार्य कराने का टेंडर दे रहे हैं. सभी लोग मनमाने तरीके से विकास कार्य कर रहे हैं. क्षेत्र के विकास में लगने वाला पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है. आज जिला पंचायत सदस्य अजय सोनी के नेतृत्व में लगभग 18 से 19 सदस्य मंझनपुर स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां पर डीएम सुजीत कुमार को जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का हलफनामा सौंपा. 


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डीएम सुजीत कुमार ने बताया कि वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के पति जीतेंद्र सोनकर ने हलफनामा में किए गए हस्ताक्षरों को फर्जी बताया है. ऐसे में हस्ताक्षरों की जांच कराने के लिए 22 अगस्त का दिन निर्धारित किया गया है. मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष सभी 19 जिला पंचायत सदस्य हस्ताक्षर वेरीफाई कराएंगे. इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का अविश्वास प्रस्ताव होगा.


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