Kaushambi Firecracker Factory Explosion: उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त धमाका हो गया, इस हादसे में अब तक फैक्ट्री मालिक समेत 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है. मृतकों में एक महिला भी शामिल है, वह पास के खेतों में काम कर रही थी. वहीं हादसे में 8 लोग घायल हुए हैं, घायलों को इलाज के लिए प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और धमाके से आसपास के घरों में दरारें पड़ गई. इसके अलावा धमाका से फैक्ट्री की ईंटे दो से तीन सौ मीटर तक उड़ कर बिखर गई. कई मजदूरों के शरीर के चिथड़े उड़ गए, जिनके शरीर के हिस्से आसपास के खेतों में मिले. 


फैक्ट्री में लगभग डेढ़ दर्जन लोग फटाखा बनाने का काम कर रहे थे. धमाके की आवाज सुन आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए. धुंए का गुबार और आग की लपटों को देख किसी की फैक्ट्री के भीतर जाने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी. थोड़ी ही देर बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, वहीं फायर ब्रिगेड के समय से न पहुंचने की वजह से निजी नलकूपों से आग बुझाने की कोशिश शुरू हो गई, आग हल्की हुई तो शवों और घायलों को बाहर निकाला जाने लगा. इसकी सूचना के बाद एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव कई थाना की फोर्स के साथ पहुंचे. वहीं प्रयागराज जोन एडीजी भानु भाष्कर और आईजी प्रेम गौतम भी पहुंचे. उन्होंने स्थानीय लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की.


कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी नगर पालिका परिषद के सरजू दास मोहल्ले का शाहिद अली पुत्र शराफत अली पटाखा फैक्ट्री का संचालन करता था. उसकी फैक्ट्री बस्ती से दूर लगभग तीन सौ मीटर खेतों में बनी हुई थी. इस पटाखा फैक्ट्री में आसपास के तमाम गरीब मजदूरी करते थे. प्रतिदिन की तरह रविवार को भी पटाखा बनाने का कार्य फैक्ट्री के भीतर चल रहा था. सुबह लगभग 11: 30 बजे अचानक फैक्ट्री में तेज आवाज के साथ धमाके होने लगे. जिससे आसपास के लोग दहल गए धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक गूंजी. वहीं फैक्ट्री से तेज धमाकों के साथ आग की लपटे दिखने लगी. आसपास के लोग फैक्ट्री की तरफ दौड़े लेकिन आग का विकराल रूप देखकर किसी की हिम्मत नजदीक जाने की नहीं हुई. ब्लास्ट की जानकारी इलाकाई पुलिस को हुई तो मौके पर पुलिसकर्मी भी पहुंची लेकिन आग का रौद्र रूप देखने के बाद उनकी भी हिम्मत फैक्ट्री के भीतर प्रवेश करने की नहीं हुई.


एंबुलेंस की एक दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं


वहीं हादसे की खबर पुलिस के उच्च अधिकारियों के अलावा फायर ब्रिगेड को दी गई. जब आग थोड़ी बहुत शांत हुई तो पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से निजी नलकूपों को चलवा कर आग को बुझाने का कार्य शुरू किया लेकिन उनकी मेहनत रंग नहीं लाई. लगभग डेढ़ घंटे बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब युद्ध स्तर पर आग बुझाने का कार्य शुरू हो गया. फिर सूचना के बाद एंबुलेंस की लगभग एक दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंची. पुलिस कर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से मृतकों के शवों को निकाला और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.


चीखते-चिल्लाते मौके पर पहुंचे मजदूरों के परिजन


दर्दनाक हादसे में हुए घायलों को भी इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया. चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल भेज दिया. जहां पर उनका इलाज चल रहा है. हादसे की खबर मजदूरों के परिजनों को हुई तो वह भी चीखते चिल्लाते मौके पर पहुंच गए. लगभग 5 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा, रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान भी धमाके होते रहे. जिससे पुलिसकर्मी डर जा रहे थे लेकिन वह इसकी परवाह न करते हुए राहत एवं बचाव कार्य में जुटे रहे. 


फैक्ट्री की दीवार गिरने से महिला की मौत


इस हादसे में फैक्ट्री हादसे में मरने वालों के नाम शाहिद अली (35) पुत्र शराफत अली, शिव नारायण (40) पुत्र भोलानाथ, मंगला प्रसाद (18) पुत्र लक्ष्मण, शिवाकांत (21) पुत्र राम भवन, अशोक कुमार (55) पुत्र गया प्रसाद, कल्लू उर्फ राजेन्द्र (18) की मौके पर मौत हो गई और मोहल्ले की रेखा देवी (30) अपने खेत में काम कर रही थी, धमाके के बाद फैक्ट्री की दीवार गिरने से उनकी भी मौत हो गई. वहीं मृतक शाहिद अली का भाई कौशर अली, अशोक पटेल, निखिल कुमार,  मुकेश कुमार,  मुन्ना लाल,  हरीलाल, सोनेलाल व राकेश कुमार घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है.


आठ लोगों का चल रहा है इलाज 


इस घटना को लेकर एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं आठ लोगों का इलाज चल रहा है. घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. पटाखा फैक्ट्री में तलाश चल रही थी अब यहां पर कोई घायल नहीं है और ना ही कोई डेड बॉडी है. अब हम लोगों की अग्रिम विधि कार्रवाई चल रही है, रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग 5 घंटे तक चला है.


पीड़ित परिजनों से कौशांबी सांसद ने की मुलाकात


कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर भी दर्दनाक हादसे की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद दिलाने का सरकार की तरफ से आश्वासन दिया है. उन्होंने बताया कि घटना बहुत ही दुखद है और इसको लेकर पूरा प्रशासन सक्रिय है. जिसको लेकर मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं. मैंने उनको यहां की सारी डिटेल भेज दी है. मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में हैं. जैसे ही वह खाली होंगे निश्चित रूप से बात होगी. उन्होंने बताया कि सात लोगों का इलाज प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में चल रहा है. वहीं एक अन्य व्यक्ति का इलाज मंझनपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सरकार से बात करके मृतकों और घायलों को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी. सभी लोग आसपास के मजदूर हैं, उनकी आर्थिक हालत अच्छी नहीं है.


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