Kaushambi News: यूपी के कौशांबी (Kaushambi) जिले के लोगों को प्रदेश सरकार की एक बड़ी सौगात मिली है. योगी सरकार ने शक्तिपीठ कड़ा धाम के गंगा नदी कुबरी घाट में ई बोट का संचालन किया है. अब दर्शन, पूजन और स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु बोटिंग का भी लुत्फ उठा सकेंगे. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करना था, लेकिन व्यस्तता होने के कारण वह उद्घाटन नही कर सके. इसके बाद जिला अधिकारी सुजीत कुमार ने फीता काट कर उद्घाटन किया. कड़ा के कुबरी गंगा नदी घाट पर सैलानी नौका विहार सोलर एनर्जी से चलने वाली बोट से कर सकेंगे. 


यह ई बोट और सोलर ग्रिड करीब 40 लाख रुपये की लागत से तैयार हुआ है, लेकिन एक बोट सिर्फ 15 से 20 हजार में तैयार होता है. डीएम के मुताबिक, फ्लोटिंग सोलर ग्रिड आई घाट के जरिए नाविक फ्लोटिंग पी0वी0 (सौर सेल) से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग ई-नौकाओं के लिए कर सकेंगे. यह अपने तरीके के नए अनुभव सैलानियों को प्रदान करेगा. कौशांबी गंगा और यमुना के बीच बसा एक छोटा सा जिला है. यहां धार्मिक स्थल के साथ-साथ कई ऐतिहासिक स्थल भी हैं. ऐसे में पर्यटन की संभावनाएं भी हैं. 


सीएम योगी ने दी ये सौगात 
इसी को देखते हुए योगी सरकार ने जिले के लोगों  को ई बोटिंग की सौगात दी है. ई बोटिंग की शुरुआत 51 शक्तिपीठ कड़ा धाम के गंगा नदी कुबरी घाट से की गई है. यह जनपद का पहला ई बोटिंग गंगा घाट है. हाल ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने गंगा आरती में शामिल होने के दौरान ई बोट संचालन के लिए हरी झंडी दी थी. उनके निर्देश पर कानपुर आईआईटी ने स्टार्टअप अक्वाफ्रंट इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा विकसित किए गए फ्लोटिंग आरसीसी आधारित आई घाट अनूठा प्रयोग किया है. अभी तक पांच ई बोट बनाकर तैयार किया गया है. लेकिन पहले चरण में सिर्फ एक ई बोट का संचालन किया गया है.जल्द अन्य बोट भी चलने लगेगे.


क्या है खासियत?
ई-बोट की खासियत की बात करें तो इसको चलाने में डीजल और पेट्रोल की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि सोलर पैनल से चलेगा. जिसके चलते पर्यावरण प्रदूषण का भी खतरा नहीं होगा. ई बोट के शुभारंभ से पहले पूरे घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया था. इसके अलावा ई बोट को भी फूल मालाओं से सजाया गया था. विधि विधान से ई बोट का डीएम सुजीत कुमार ने फीता काटकर शुभारंभ किया. हालांकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को वर्चुअल माध्यम से ई बोट का शुभारंभ करना था. लेकिन उनके व्यवस्त होने के कारण डीएम सुजीत कुमार ने फीता काटकर शुभारंभ किया.


डीएम सुजीत कुमार ने बताया कि यह एक नई तकनीक है, जिसे आईआईटी कानपुर के सौजन्य से तैयार किया गया है. यहां फ्लोटिंग सोलर बनाया गया है. जिसे रिचार्ज किया गया है. उस बैटरी को यहां पर जो नाव है, उसे जोड़कर नाव का संचालन किया जा रहा है. इसमे डीजल का उपयोग नहीं किया जाएगा, और जब नाव चलेगी तो आवाज भी नहीं आएगी. निश्चित रूप से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. यहां के नाविकों को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि एक नाव को तैयार करने में 15 से 20 लाख की लागत लगी है. लेकिन जब आगे नाव बनेगी तो बैटरी ही लगेगी.अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा.


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