Kaushambi News: कौशांबी (Kaushambi) में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती किए जाने का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने अफीम की खेती करने वाले तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों ने फसलों के बीच अफीम की खेती कर रखी थी. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अफीम की कीमत लगभग 10 करोड़ बताई जा रही है. पुलिस ने अफीम की जांच के लिए एनसीबी लखनऊ को सूचित किया है, जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंच कर कार्रवाई की. वहीं जब आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सरसों की फसल के बीच अफीम की खेती करने की बात कबूली.
दऱअसल, महेवाघाट पुलिस गुरुवार शाम भगत का पुरवा चौराहे से रानीपुर मार्ग की तरफ पैदल गश्त कर रही थी. इसी दौरान रानीपुर गांव का रहने वाला दिनेश कुमार संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया. पुलिस को देख कर वह भागने लगा. उसके हाथ में एक थैला था, जिसमें पुलिस को कुछ संदिग्ध वस्तु लग रही थी. पुलिस ने दिनेश को दौड़ाकर पकड़ लिया. इसके बाद तलाशी ली तो उसके पास से साढ़े 4 किलो अफीम के हरे फल बरामद हुए.
क्या है पूरा मामला?
पुलिस जब यमुना के कछारी इलाके में पहुंची और जांच में पाया कि दिनेश कुमार ने सरसों की फसल के बीच अफीम की खेती बो रखी थी जिसमें अफीम के फल लगे हुए हैं और वह पूरी तरह से अफीम उत्पादन के लिए तैयार है. इसके अलावा उसने दो अन्य लोगों प्रदीप सिंह और अभिमन्यु सिंह की भागीदारी की बात कही. जिसके बाद पुलिस ने दिनेश, प्रदीप और अभिमन्यु को हिरासत में ले लिया और मामले की सूचना एनसीबी लखनऊ को दी.
सूचना मिलने पर एनसीबी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की गहनता से जांच की. एनसीबी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह द्वारा बताया गया कि तीनों खेतों में करीब 80 से 90 किलोग्राम अफीम का उत्पादन हो सकता है.अफीम से प्रोसेसिंग के बाद करीब 10 से 12 किलोग्राम हीरोइन का उत्पादन किया जा सकता है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 10 से 12 करोड़ रुपये होती है.
एनसीबी निरीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है. इसके अलावा मंझनपुर के उप जिलाधिकारी के सामने ही टीम ने अफीम की खेती को भी नष्ट करा दिया. पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है. वहीं एनसीबी लखनऊ को इसके बारे में सूचना दी गई, जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची.
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